TSF ने सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल टीम भेजा, ग्रामीणों ने भी किया डॉक्टरों को सम्मानित

AJ डेस्क: मार्च, 2020 के मध्य से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद धनबाद के जामाडोबा के छोटे-छोटे गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बेहद कठिन हो गई है। टाटा स्टील फाउंडेशन (टीएसएफ) ने इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों की अपनी टीम के माध्यम से इस कमी को पूरा करना सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया और इसकी यह टीम अब समुदायों को चिकित्सा परामर्श प्रदान करने के लिए सीमाओं से आगे जा कर बढ़-चढ़ कर काम कर रही है।

 

 

दिन के समय पूर्व-निर्धारित अवधि के लिए डॉक्टर झरिया डिवीजन में टाटा स्टील के खनन संचालन के करीब 35 गाँवों के ग्रामीण समुदायों को उपचार प्रदान करते हैं। इस पहल को मिली प्रतिक्रिया ऐसी थी कि समुदाय ने बिलकुल अनोखे तरीके से इस टीम का हौसला बढ़ाया। समुदाय ने इस मेडिकल टीम को सम्मानित किया, जिसमें डॉ पी एन सिंह (एलोपैथी डॉक्टर), डॉ बी पात्रा (होम्योपैथी डॉक्टर), शंकर राव (मेडिकल सुपरवाइजर), सत्यदेव प्रसाद (फार्मासिस्ट) और संदीप (फार्मासिस्ट) शामिल थे। समुदाय के लोग महामारी के दौरान सर्वोत्तम संभव चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए टीम को धन्यवाद देने पैदल चल कर जामाडोबा के सीएसआर कार्यालय पहुंचे।

 

 

जामाडोबा में 9 अप्रैल, 2020 को लॉकडाउन अवधि के दौरान चिकित्सा सेवाओं का प्रावधान शुरू हुआ था। इस पहल का उद्देश्य आपातकालीन मामलों और पुराने मामलों के लिए चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करना था। लोअर डुंगरी गाँव के दलगोविंद महतो ने कहा, ‘इन चिकित्सीय सेवाओं से हमें बहुत मदद मिली है क्योंकि हमारे इलाकों में चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त करना एक कठिन विकल्प है। परामर्श ही नहीं, हमें निःशुल्क में दवाइयाँ भी मिलती हैं। हम अपने तरीके से टीम को उनके इस नेक काम के लिए धन्यवाद देना चाहते थे।’

 

 

 

 

पहल के प्रारंभ में ग्रामीणों के बीच टेलीफोनिक परामर्श के लिए डॉक्टरों के संपर्क विवरण साझा किए गए थे। इसके अलावा, यूनिट में परामर्श और दवाओं के लिए एक टाइम स्लॉट तय किया गया था। अब तक, कार्यालय परिसर में कुल 61 लोगों का इलाज किया जा चुका है, जबकि 150 से अधिक लोगों ने फोन पर चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया है। मरीजों में आईएफए गोलियों के लिए गर्भवती माताएं, उच्च रक्तचाप, त्वचा रोग, आरटीआई आदि बीमारियों के पीड़ित युवा और बुजुर्ग आदि शामिल हैं।

 

 

राजेश कुमार, यूनिट हेड, सीएसआर, टाटा स्टील (झारिया डिवीजन) ने बताया, ‘संकट के इस समय में विशेष रूप से हमारे समुदायों को निर्बाध चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना एक जिम्मेदारी थी, जिसे हमने समर्पण के साथ पूरा करने का प्रयास किया है। हम यह चिकित्सा सेवा इस अभूतपूर्व लॉकडाउन की अवधि तक जारी रखना चाहते हैं और एक स्वस्थ समाज की दिशा में योगदान करने के लिए तत्पर हैं।’

 

 

 

 

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