नेपाल पुलिस ने बुरी तरह पीटा फिर बंधक बनाए गए भारतीय को छोड़ा
AJ डेस्क: बिहार के सीतामढ़ी जिले में भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के नजदीक नेपाल के सशस्त्र सुरक्षा बलों की फायरिंग के बाद मिली अपडेट में एक भारतीय से नेपाल, आर्म्ड पुलिस फोर्स की बदसलूकी और बर्बरता की घटना सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स के जवान एक भारतीय शख्स को घसीटते हुए नेपाल पुलिस स्टेशन ले गए। आर्म्ड पुलिस फोर्स (APF) की तरफ से आरोप लगाया गया कि व्यक्ति नेपाल में घुसने की कोशिश कर रहा था, जबकि वहां लॉकडाउन लागू है।
दरअसल सीतामढ़ी जिले के एक किसान लागन यादव की बहु नेपाली हैं, वो नेपाल से अपने ससुराल वालों के साथ आ रही थी, तभी नेपाल के APF दल के साथ उनकी झड़प हो गई। SSB के डीजी राजेश चंद्रा के मुताबिक झड़प के बाद APF ने 15 राउंड फायरिंग की, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 3 अन्य घायल हुए थे। इन दौरान APF ने एक व्यक्ति लागन यादव को पकड़ लिया था।
वो मुझे पीटते हुए नेपाल ले गए-
वहीं नेपाल द्वारा छोड़े गए पीड़ित लागन यादव ने कहा है कि APF की तरफ से की गई फायरिंग के बाद हम सब वहां से भागने लगे। वो मुझे भारत से पीटते हुए नेपाल ले गए। वहां की पुलिस ने मेरे साथ मारपीट की और पूछा कि सच बताओ कि हमने तुम्हें कहां से पकड़ा है। इस पर मैने उनसे कहा कि चाहें मुझे मार दो पर मुझे भारत से पकड़ा गया है।
भारतीय सीमा की खेतों में काम करने से रोका-
कहा जा रहा था कि भारतीय सीमा में मजदूरों को नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने खेतों में काम करने से भी रोका। भारतीय सीमा के खेतों में काम करने गए मजदूर विकेश कुमार, उमेश राम, उदय ठाकुर ने इसका विरोध किया था तब नेपाल पुलिस के जवानों ने मजदूरों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी।
इस फायरिंग में लालबंदी निवासी नागेश्वर राय के 25 वर्षीय पुत्र विकेश कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं विनोद राम के पुत्र उमेश राम के दाहिने हाथ में गोली लगी थी। इसके अलावा सोहरवा के रहने वाले बिंदेश्वर ठाकुर के बेटे उदय ठाकुर की जांघ में गोली लगी। नेपाल पुलिस बल के जवानों के फायरिंग करने पर मजदूर इधर-उधर भागने लगे।
‘अनल ज्योति’ के फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी इस लिंक पर क्लिक करके लाइक👍 का बटन दबाए…
https://www.facebook.com/analjyoti.in/?ti=as
Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…
