राजस्थान: गहलोत ने 102 विधायक का समर्थन होने का दावा किया, पायलट से समझौता नहीं
AJ डेस्क: राजस्थान में जारी सियासी संग्राम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार बचती हुई दिख रही है। साथ ही उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बगावत का सरकार को ज्यादा नुकसान होता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले कैमरे के सामने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शक्ति प्रदर्शन किया है। दावा किया जा रहा है कि 102 विधायक बैठक में मौजूद हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीडिया के कैमरे के सामने विक्ट्री साइन बनाकर दिखाते नजर आए। हालांकि अभी बैठक शुरू नहीं हुई है।
बैठक में सचिन पायलट के अलावा दो और मंत्री नहीं पहुंचे हैं। 18 विधायक और पायलट को मिलाकर तीन मंत्री इस बैठक में नहींं पहुंचे। इस बैठक में सचिन पायलट खेमे के माने जाने वाले 5-6 विधायक पहुंचे। लेकिन मंत्री रमेश मीणा और एक और मंत्री नहीं पहुंचे थे।
मंत्री रमेश मीणा और विश्वेंद्र सिंह बैठक से नदारद रहे। इसके अलावा विधायक राकेश पारीक, मुरारी लाल मीणा, जीआर खटाना, इंद्राज गुर्जर, गजेंद्र सिंह शक्तावत, हरीश मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, भंवर लाल शर्मा, विजेंद्र ओला, हेमाराम चौधरी और पीआर मीणा भी बैठक में नहीं पहुंचे।
कांग्रेस ने विप जारी किया था कि जो लोग सीएम की बुलाई बैठक में नहीं आएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया के जरिए अपील की थी कि सचिन पायलट समेत जो भी विधायक नाराज हैं वे बैठक में आएं और अपनी बात रखें। इसी बीच सचिन पायलट के खेमे की ओर से कहा गया था कि यह विप कानून के खिलाफ है। विप केवल विधानसभा के लिए जारी किया जा सकता है।
#WATCH Rajasthan: Chief Minister Ashok Gehlot, Congress leaders and party MLAs show victory sign, as they gather at CM's residence in Jaipur.
The Congress Legislative Party meeting has begun. pic.twitter.com/FowLM7CAGA
— ANI (@ANI) July 13, 2020
पायलट के समर्थक विधायक गहलोत के साथ आए-
सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के साथ बात न बनने के बाद कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट के समर्थक 24 विधायकों में से आधे छिटक गए हैं। ये विधायक आज बैठक में शामिल हुए हैं। अभी भी 12 कांग्रेस और 3 निर्दलीय विधायक पायलट के संपर्क में बताए जा रहे हैं। ये विधायक आज बैठक में भी नहीं पहुंचे हैं।
सचिन पायलट के रास्ते लगभग बंद-
कांग्रेस की ओर से अभी भी सचिन पायलट खिलाफ किसी किस्म की कार्रवाई की बात नहीं कही गई है। लेकिन माना जा रहा है कि सचिन पायलट को बगावत की सजा मिलनी तय है। सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया जाना तय माना जा रहा है। संकेत के तौर पर राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय से सचिन पायलट के प्रदेश अध्यक्ष का पद लिखा पोस्टर हटा लिया गया है।
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि पार्टी सचिन पायलट के सामने झुकने को तैयार नहीं है। आलाकमान तय कर चुका है कि पायलट और उनके समर्थक विधायकों पर कार्रवाई कर सकती है। राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं, जिसमें से बहुमत का नंबर 101 है, वहीं अशोक गहलोत की बैठक में 102 से ज्यादा विधायक मौजूद होने का दावा किया जा रहा है।
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