बादल गौतम पर आरोपों की झड़ी लगा दी पीड़िता अनुप्रिया ने

AJ डेस्क: प्यार, दोस्त और धोखा मामले में कल धनबाद न्यायालय में पीड़िता द्वारा धारा 164 के तहत बयान कलमबद्ध कराने के बाद आज पहली बार रिटायर्ड कोल निदेशक की पुत्री अपने प्रेमी संकेत कृष्णन के साथ मीडिया के सामने आई। जहाँ पीड़ित ने अपने रुंधे स्वर में दोस्त से विलेन बने मामले का आरोपी बादल गौतम के सभी कुकर्मो का बड़े ही बेबाकी से जवाब दिया। पीड़ित और उसके प्रेमी ने मित्रता की पीठ पर छुरा भोंकने वाले बादल गौतम ही नही इस पूरे प्रकरण से जुड़े हर एक कड़ी को एक-एक कर मीडिया के सामने खोल कर रख दिया।

 

 

शातिर बादल गौतम की चुंगल से सबकुछ लुटाकर छूटी रिटायर्ड कोल निदेशक की पुत्री ने बड़ी मुश्किल से अपने आपको संभालते हुए मीडिया के सवालों का अपने रुंधे हुए स्वर में एक-एक कर जवाब दिया। उन्होंने मामले के आरोपी बादल गौतम के करतूतों के बारे में बताते हुए कहा कि दोस्त से विलेन बना बादल उन्हें ये कह कर धमकाता था पूरी झारखंड की पुलिस व्यवस्था मेरे मुट्ठी में है। जब मैने दो पत्रकारों को पीट दिया और वो मेरा कुछ नही बिगाड़ सके तो तुम्हारी क्या औकात है। उन्होंने कहा कि उस दरिंदे ने सिर्फ मुझे और मेरे प्रेमी संकेत का अपहरण ही नही किया, बल्कि मेरी पूरी जिंदगी ही लूट ली। उसने मेरे पैसों और गहनों को तो लूटा ही मेरी अस्मत भी लूट ली। उसकी कई ऑफिसर और पत्रकार के साथ भी सांठगांठ है। इसी वजह से प्रेसर देकर उस वक्त झारखंड के एक मीडिया हाउस में मुझे बादल ले जाकर मुझसे झूठा इंटरव्यू दिलवाया। लेकिन मुझे कानून और प्रशासन पर पूरा विश्वास है। जांच में उसकी सारी करतूत सामने आएगी और मुझे न्याय मिलेगा।

 

 

इसके साथ ही पीड़िता के प्रेमी संकेत ने मामले के आरोपी बादल गौतम द्वारा पीड़ित पर लगाए गए तमाम आरोपो का जवाब देते हुए कहा कि 3 सितम्बर 2020 को डीजीपी के नाम बादल गौतम ने एक पत्र लिख डीजीपी झारखंड को यह झूठी जानकारी दी थी कि मैं और पीड़िता कोलकाता से खुद चलकर बादल के पास पहुंचे थे और उससे मदद की गुहार लगाई थी। जो सरासर झूठ है, बल्कि बादल खुद 10 जुलाई 2020 को अपने सियाज कार से कोलकाता पहुंचा था, पीड़ित को लेने। उन्होंने बताया कि बादल ने मुझे और मेरी प्रेमिका (पीड़िता) को जामताड़ा से औरंगाबाद, वहाँ से कानपुर, फिर दिल्ली, इसके बाद पंजाब के भी दो-तीन शहरों में घुमाया। और अंत मे उसने हमें झारखंड की राजधानी रांची के लालपुर में अपहरण कर के रखा।

 

 

संकेत ने मीडिया में दिए गए आरोपी बादल गौतम के बयानों का जवाब देते हुए कहा कि बादल ने पहले मुझे हथियार के बल पर बंधक बनाया। इसके बाद उसने पीड़ित से उसके फेवर में आवेदन लिखवाया। इसके बाद पीड़िता को खुद अपने साथ लेकर झारखंड के तमाम पुलिस पदाधिकारियों के पास जाकर उस आवेदन को पीड़िता से जबरन दिलवाया। ताकि वह खुद को निर्दोष साबित कर सके। इस दौरान पीड़िता डर से बादल के तमाम करतूतों को चाह कर भी पुलिस पदाधिकारियों के सामने कह न सकी। वो चुप रही।

 

 

इस दौरान संकेत ने एक निजी न्यूज़ चैनल का नाम लेते हुए उसके एक पत्रकार को भी कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा की धनबाद का वह पत्रकार बादल गौतम के इशारों पर काम करता है। उस दौरान उसने मुझे गन पॉइंट पर बंधक रख मेरी प्रेमिका (पीड़िता) को रांची स्थित एक निजी न्यूज़ चैनल के कार्यालय में ले जाकर उन्होंने अपने मन मुताबिक पीड़िता से बयान लिया। पीड़िता ने उस वाकये का भी जिक्र न्यायालय के समक्ष अपने 164 के बयान में किया है।

 

 

 

 

 

‘अनल ज्योति’ के फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी इस लिंक पर क्लिक करके लाइक👍 का बटन दबाए…

https://www.facebook.com/analjyoti.in/?ti=as

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »