“गब्बर इज बैक” की याद ताजा करा गया अशर्फी हॉस्पिटल, मृतक का चलता रहा इलाज

AJ डेस्क: साल 2015 में आई अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म ‘गब्बर इज बैक’ का हीरो एक ऐसे अस्पताल का पर्दाफाश करता है जो मरे हुए शख्स को अस्पताल में दाखिल करता है और इलाज के नाम पर परिवार से मोटी रकम मांगता है। यह फिल्मी कहानी धनबाद के असर्फी अस्पताल में सच होता दिखा। यहाँ एक मृत मरीज के परिजनों द्वारा हंगमा कर यह आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन उनके मृत मरीज को जिंदा बता उसके इलाज के नाम पर उनसे मोटी रकम लेते रहे। फिलहाल पुलिस परिजनों के शिकायत पर मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की सच्चाई जानने के प्रयास में जुटी है।

 

 

परिजनों ने घटना के संबंध में बताया कि 9 दिसंबर को धनबाद के कांड्रा निवासी बिंदु देवी जो पहले से बीमार चल रही थी वह सुबह नही उठी। तो परिजनों ने उसे तत्काल असर्फी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि मरीज का ब्रेन हेमरेज हो गया है।इसके बाद डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि ऐसे मामले में ज्यादातर मरीज ठीक हो जाते है। पर सही इलाज करना होगा। जिसके बाद परिजन उसके इलाज के लिए तैयार हो गए। मरीज को आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया। जहाँ उसकी सांसे चलती हुई दिखाई गई। इस बीच अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के इलाज के नाम पर परिजनों से मोटी रकम वसूल ली।

 

 

इसके बाद अचानक शुक्रवार यानि कि आज अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि आपका मरीज ठीक है। आप मरीज को घर ले जा सकते है। इसके बाद मरीज को एक इंजेक्शन लगाया गया जिससे उसका शरीर गर्म महसूस होने लगा। लेकिन जैसे हो उसे वेंटिलेटर से हटा कर उन्होंने गाड़ी पर रखा। मरीज ने सांस लेना बंद कर दिया। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत मरीज को मृत घोषित कर उसका डेथ सर्टिफिकेट जारी कर शव को ले जाने को कहा। इसके बाद जब परिजनों ने एम्बुलेंस में रख कर मरीज को वेंटिलेटर लगाया तो मरीज फिर से सांस लेता हुआ दिखने लगा। इसपर जब परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि यह वेंटिलेटर के कारण हो रहा है। जिसके बाद परिजनों को मामला समझते देर न लगी और उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर पैसों के लिए मृत मरीज का इलाज करने का आरोप लगा हंगामा करने लगे।

 

 

मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले किसी तरह मृतक के परिजनों को शांत कराया। इसके बाद मामले को समझने के लिए शव को देखा। उस वक्त भी ऐसा लग रहा था मानो शव जीवित हो। वह सांस ले रहा हो। फिलहाल पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच में जुट गई है।

 

 

 

 

 

 

‘अनल ज्योति’ के फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी इस लिंक पर क्लिक करके लाइक👍 का बटन दबाए…

https://www.facebook.com/analjyoti.in/?ti=as

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »