छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ AVBP समर्थक सड़क पर उतरे, बंद का व्यापक असर

AJ डेस्क: 12वीं की छात्राओं पर लाठी चार्ज के खिलाफ आज धनबाद बंद का व्यापक असर दिख रहा है। बंद समर्थक धनबाद शहर से लेकर झरिया तक छात्राओं के साथ हुए बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ सडको पर उतर आए है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवं भाजपा कार्यकर्ता हाथों में पोस्टर बैनर और तख्तियां लेकर राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आ रहे है।

 

 

छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रदर्शन शुरू हो गया है। धनबाद शहर की अगर बात करे तो परिषद के नेता और छात्र रणधीर वर्मा चौक के पास बीच सड़क पर बैठ नारेबाजी कर रहे है। स्टेशन रोड, कोर्ट रोड, लुबी सर्रकुलर रोड और रणधीर वर्मा चाैक पर वाहनों का परिचालन बंद है। विरोध में छात्र-छात्रा और नाैजवान सड़क पर उतरे हुए हैं। नौजवान जगह-जगह रोड जाम कर धरना पर बैठे हुए हैं। सड़क पर बैठने से पहले अभाविप ने जुलूस निकाला और शहर के मुख्य इलाकों का भ्रमण करने के बाद यहां पहुंचे। अभाविप के इस प्रदर्शन का नेतृत्व राजीव रंजन कर रहे हैं। इसके अलावा संगठन के अन्य छात्र नेता भी मौजूद हैं।

 

 

 

 

 

 

वहीं झरिया की अगर बात करें इस बंद को अपना समर्थन दे रही भाजपा ने यहाँ का मोर्चा संभाल रखा है। भाजपा के नौजवान कार्यकर्ता सुबह से ही हाथों में तख्तियां लेकर सड़क पर उतर आए है। छात्रों पर लाठी चार्ज में मुख्य भूमिका अदा करने वाले धनबाद एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए भाजपाई झरिया के बाटा मोड़, चार नंबर, धर्मशाला रॉड आदि क्षेत्रों में प्रतिष्ठानों को बंद करवाते दिखे। झरिया में बंद को सफल बनाने में भाजयुमो झरिया नगर अध्यक्ष राहुल सोनी, शैलेश सिंह चंद्रवंशी, अवधेश साव, बंटी साव, विक्की शर्मा, यश झा, कन्हैया स्वर्णकार, सुमित सिंह, मुन्ना खान सहित दर्जनों भाजपा समर्थक अपनी भूमिका अदा करते नजर आए।

 

 

 

 

 

धनबाद में चक्का जाम और बंद को लेकर पुलिस और प्रशासन सुबह से ही हरकत में दिखी। सुबह करीब नौ बजे के आसपास ही रणधीर वर्मा चौक पर महिला पुलिस की लाठी पार्टी और अन्य जवानाें को तैनात कर दिया गया है।

 

 

 

 

 

 

बता दें कि बारहवीं की फेल छात्रा शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय में मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलने पहुंचीं थीं। इस दाैरान छात्राओं पर बेरहमी से लाठियां बरसाई गईं। एसडीएम सुरेद्र कुमार खुद इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे थे। जिससे आम लोगों में सरकार और जिला प्रशासन के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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