टाटा स्टील झरिया डिवीजन ने जामाडोबा और सिजुआ में दिया कौशल विकास केंद्र
AJ डेस्क: अपने संचालन के क्षेत्रों में गुणवत्त शिक्षा प्रदान करने और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए टाटा स्टील के झरिया डिवीजन ने जामाडोबा और सिजुआ में क्षेत्र के युवाओं को दो स्किल डेवलपमेंट सेंटर (कौशल विकास केंद्र) समर्पित किए। इस अवसर पर सिजुआ सेंटर में नरेंद्र गुप्ता, चीफ सिजुआ ग्रुप, झरिया डिवीजन, टाटा स्टील बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे, जबकि जामाडोबा सेंटर में देबाशीष बनर्जी, चीफ (ह्यूमन रिसोर्स बिजनेस पार्टनर) झरिया डिवीजन, टाटा स्टील मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए संजय रजोरिया, जेनेरल मैनेजर, झरिया डिवीजन, टाटा स्टील ने कहा कि 5 किमी के दायरे में युवाओं को बुनियादी कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने वाला कोई ऐसा केंद्र नहीं है। इंडस्ट्री-रेडी होने के लिए युवाओं में संचार और तकनीकी समझ ठोस और सही होनी चाहिए और इन कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि क्षेत्र के युवाओं का भविष्य उज्जवल हो।
ये केंद्र एनआईआईटी फाउंडेशन के सहयोग से चलाया जाएगा, जो एक प्रमुख गैर-लाभकारी कार्यान्वयन संस्थान है और भारत में युवाओं को रोजगार कौशल प्रदान करने पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य कौशल कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाना है, जिससे उन्हें लाभकारी रोजगार प्राप्त हो, साथ ही, समुदायों को संवेदनशील कर उन्हें उत्पादक और सम्मानजनक जीवन जीने में सक्षम बनाना है। केंद्र में आसपास के क्षेत्रों के 100 से अधिक विद्यार्थी प्रशिक्षण लेंगे। उन्हें स्पोकन इंग्लिश और कंप्यूटर एप्लीकेशन में एडवांस डिप्लोमा (एडीसीए) का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पहल के माध्यम से 12 से 25 आयु वर्ग के स्थानीय युवा तीन महीने के लिए आईटी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसके अलावा, कौशल विकास केंद्र विद्यार्थियों को स्पोकेन इंगलिश के भिन्न-भिन्न स्तर के छह महीने का कार्यक्रम भी प्रदान करेगा, ताकि वे उद्योग की चुनौतीपूर्ण मांगों का सामना कर सकें। इन केंद्रों के अलावा, जामाडोबा और इसके आसपास कुछ और केंद्र स्थापित करने की भी योजना है।
आज के समारोह का संचालन राजेश कुमार, यूनिट हेड, टाटा स्टील फाउंडेशन, झरिया डिवीजन ने किया। इस अवसर पर कर्नल भवानी सिंह निर्वाण, हेड (एडमिनिस्ट्रेशन), झरिया डिवीजन, टाटा स्टील और संतोष महतो, क्षेत्रीय सचिव, राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ, झरिया उपस्थित थे।