हेमंत पर हमला करते हुए दीपक ने कहा- उद्योग का रूप ले चुका ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल
AJ डेस्क: झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश इन दिनों जिलों के दाैरे पर हैं। इसी क्रम में उनका धनबाद में तीन दिवसीय दाैरा चल रहा है। रविवार को अंतिम दिन धनबाद सर्किट हाउस में उन्होंने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने अविभाजित बिहार के जमाने की लालू-राबड़ी राज से हेमंत सरकार की तुलना की। इसके साथ ही उन्होंने कहा झारखंड में सिर्फ ट्रांसफर-पोस्टिंग का उद्योग चल रहा है। पैसा बनाने के लिए रोज-रोज ट्रांसफर-पोस्टिंग की सूची जारी होती है। अविभाजित बिहार के जमाने में अधिकारी जैसे पैसा वसूल कर पटना पहुंचाते थे अब रांची पहुंचा रहे हैं। ऐसा नहीं करने वालों का ट्रांसफर कर दिया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा नेतृत्व वाली यह यूपीए की सरकार चंद अधिकारियों के सामने घुटनों के बल आ चुकी है। इन्हीं कुछ अधिकारियों की सलाह से चल रही है। हेमंत सरकार ने प्रदेश के सारे उद्योगों को बर्बाद कर एक नया उद्योग शुरू किया है, जिसका नाम है ट्रासंफर-पोस्टिंग उद्योग है। दीपक प्रकाश ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस विभाग की कमान खुद मुख्यमंत्री के हाथों में है, उसी में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार पसरा हुआ है। चाहे वह खनन विभाग हो, बिजली विभाग हो या फिर कोई और। इन विभागों के अधिकारी हेमंत सरकार को गलत सलाह देते हुए प्रदेश को बरबादी की राह पर लिए जा रहे हैं और वे ऐसा हेमंत सोरेन के ही इशारों पर कर रहे हैं। जो काम कभी मधु कोड़ा की नेतृत्ववाली प्रदेश सरकार कर रही थी, उसी के कामों को यूपीए की यह सरकार आगे ले जा रही है।
प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था की बता करते हुए दीपक प्रकाश ने कहा कि जिस सूबे में जज और एपीपी तक की हत्या हो जाती है, वहां की कानून व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासन काल की याद दिलाते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज आम आदमी के दिलों में फिर से राजद की सरकार के दिनों की याद ताजा हो गई है। लोग एक जिले से दूसरे जिले में सफर करने सेभी डर महसूस कर रहे हैं। दीपक प्रकाश ने देश के महान नेतृत्वकर्ता सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी जयंती पर याद करते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों और अदूरदर्शी निर्णय के कारण खनन माफिया आज फिर से अपना खेल खुले रूप में खेल रहे हैं। जो खनन माफिया हमारी पूर्ववर्ती सरकारों के समय बिलों में जा छुपे थे वे अब बाहर आ गए हैं। राज्य सरकार उनका खुला समथ्रन कर रही है। लेकिन जनता भी अब उनकी असलियत समझने लगी है। आनेवाले दिनों में वे इस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए मन बना चुकी हैं।