निरसा में पुलिस और अवैध कारोबारियों के बीच चल रहा ‘लुक्का-छिपी’ का खेल
AJ डेस्क: ऊपर से सब शांति शांति है—। पुलिस सक्रिय है, खनन विभाग और प्रशासनिक अधिकारी रेस हैं। रेड पे रेड जारी है तो रमेश, रविश, चंदन और अन्य अवैध कारोबारियों का जलवा भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाँ, इन महारथियों का वर्क स्टाइल जरूर बदला है।
धनबाद के उपायुक्त के द्वारा बनाई गई टास्क फोर्स, वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर लगातार हो रही छापेमारी, गाहे बेगाहे CISF के द्वारा की जा रही कार्रवाई के बावजूद निरसा से लेकर पंचेत तक, कालू बथान से मैथन तक कोयला के अवैध कारोबारी अपना कारनामा दिखा ही रहे हैं। इनका जलवा थमने का नाम ही नही ले रहा। DC के द्वारा बनाई गई टीम के द्वारा रेड जारी है तो SSP भी अपने अधिकारियों से लगातार रेड करवा रहे हैं। पुलिस की टीम अवैध खनन स्थल चिन्हित कर खदान के मुहाने भी बंद करवा रहे हैं लेकिन रमेश, रवीश, अग्रवाल, सिंह बन्धु के खेल पर इसका कोई खास असर पड़ता नही दिख रहा।
निरसा क्षेत्र में ऐसा लग रहा है कि कोयला के अवैध कारोबारी मानो पुलिस और प्रशासन के साथ लुक्का छिपी खेलने का पूरा मन बना चुके हैं। जानकार बताते हैं कि निरसा क्षेत्र में तेजी से उभर रहा रमेश दर्जनों अवैध कारोबार स्पॉट का बादशाह बन बैठा है। वहीं रवीश भी एक इलाके का मोर्चा संभाले हुए है। अग्रवाल भी झारखण्ड-बंगाल की सीमावर्ती क्षेत्र में अपना जलवा बिखेर रहा है। यह दीगर बात है कि काले हीरे के काले खेल में महारथ हासिल कर चुके यह खिलाड़ी कहीं भी सीधे इस खेल में शामिल नही हैं। यह कहा जा सकता है कि दूसरे के कंधे पर बंदूक रख यह अपना निशाना साध रहे हैं।