लेवी वसूलने वाले दो चढ़े गिरिडीह पुलिस के हत्थे
AJ डेस्क: बिहार के जमुई जेल में बंद कुख्यात नक्सली दरोगी यादव के बेटे पंकज यादव को झारखंड के गिरिडीह जिले की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके साथ कमलेश यादव नाम के अपराधी को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि पंकज यादव गिरोह बनाकर अपने साथी कमलेश यादव और उपेन्द्र कुमार यादव के साथ रंगदारी वसूलने का धंधा चला रहा था।
इन तीनों अपराधियों ने गत 11 जनवरी 2022 को तीसरी थाना क्षेत्र के खटपोक में स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराने वाले ठेकेदार चुन्नू सिंह से 15 फीसद की रंगदारी मांगी थी। इसके अलावा काम में लगे मजदूरों के साथ मारपीट भी किया था। मामले में केस दर्ज होने के बाद गिरिडीह के पुलिस अधीक्षक अमित रेनू की ओर से जांच के लिए टीम का गठन किया गया था।
टीम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सबसे पहले गत 31 जनवरी को कांड में संलिप्त खटपोक गांव निवासी उपेंद्र यादव पिता सुखदेव यादव को गिरफ्तार कर लिया। उपेंद्र ने पुलिस की पूछताछ में इन दोनों अपराधियों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने इन दोनों को तीसरी एवं लोकायनपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
जांच में पता चला कि गिरोह का मास्टर माइंड पंकज नक्सली संगठनों के लिए भी काम करता है। इसके अलावा यह अपना आपराधिक गिरोह खड़ा करने की तैयारी में था। पिछले कुछ समय से यह लगातार अपने साथियों के साथ विभिन्न सरकारी योजनाओं में ठेके का काम लेने वाले लोगों से पैसे की वसूली कर रहा था।
सरकारी काम के बदलने अपराधी ने ठेकेदारों ने अपने लिए 15 फीसद रंगदारी की दर तय कर दी थी। पैसे नहीं देने वाले लोगों को जान से मारने की धमकी दी जाती थी। पुलिस की टीम ने मानवीय एवं तकनीकी सहयोग से त्वरित कार्रवाई करते हुए इन अपराधियों को धर दबोचा। अब तक की जांच में पता चला है कि पंकज के खिलाफ पूर्व में भी कई मामले दर्ज हैं।
