मांडर उप चुनाव: झामुमो और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया ओवैसी ने
AJ डेस्क: एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 10 जून को रांची में हुई हिंसा के लिए झारखण्ड सरकार और बीजेपी दोनों पर निशाना साधा है। राजधानी के मांडर विधानसभा सीट के लिए होनेवाले उपचुनाव के लिए चान्हो में आयोजित रैली को संबोधित ओवैसी रविवार की दोपहर रांची पहुंचे। बिरसा मुंडा एअरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी ने नुपुर शर्मा पर पहले ही कार्रवाई कर दी होती तो रांची में इस तरह की घटना नहीं होती।
राज्य सरकार को दो युवकों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा की जिस तरह निहत्थे युवकों को गोली मारी वह दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य सरकार को पीड़ित परिवार का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा की स्थानीय प्रशासन ने उन्हें दोनों पीड़ित परिवारों से मिलने की इजाजत नहीं दी है। धारा 144 का हवाला देते हुए उन्हें जाने से मना कर दिया लेकिन उनकी कोशिश होगी की वो पीड़ित परिवार से मुलाकात करें। उन्होंने कहा की झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में चल रही सरकार ने अभी तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है, सिर्फ घोषणा कर रही है। दो बच्चों की हत्या की गई और सरकार मगरमच्छ के आंसू बहा रही है। दरअसल 10 जून को रांची में हुई हिंसा के दौरान पुलिस को उपद्रवियों को कण्ट्रोल करने के लिए फायरिंग करनी पड़ी जिसमें दो युवकों की मौत हो गयी थी।
वहीं जामताड़ा से कांग्रेस के विधायक इरफ़ान अंसारी के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक कहते हैं कि अग्निपथ योजना में खून में बहेगा फिर यह बच्चों की लाशों का क्या करेंगे। आपने गोली चला दी इस्लाम जिंदाबाद के ऊपर। अब झूठा वीडियो निकला तो उस पर गिरफ्तारी करते हैं। ओवैसी ने सीधे चुनौती देते हुए कहा कि अगर इरफ़ान में हिम्मत है तो उन्हें झारखण्ड आने से रोककर दिखाएं। वह खुद बेशर्मी की हद कर रहे हैं, उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब मरना थाl अगर कल बीजेपी की सरकार आ जाएंगे तब वो उसमें आ जायेंगे। महज एक मंत्री की पोस्ट के लिए दो बच्चों की लाशों पर अपने सियासी माहौल खड़ा करना चाहते हैं।
ओवैसी ने कहा की फौज की नौकरी सम्मान की नौकरी होती है लेकिन केंद्र सरकार अग्निपथ योजना में ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा की यह योजना भारत की सुरक्षा से खिलवाड़ है। आज जब फौज में एक लाख पद खाली हैं तो 45 हजार लोगों को इस योजना के तहत भर्ती करने का सरकार नाटक कर रही है। उन्होंने कहा की चार साल की नौकरी में न तो ग्रेच्युटी मिलेगी और न अन्य लाभ मिलेगा। 10 प्रतिशत आरक्षण में भी पहले की सर्विस काउंट नहीं होगी। दरअसल बीजेपी से निलंबित देव कुमार धान एआईएमआईएम के उम्मीदवार के रूप में मांडर से उपचुनाव लड़ रहे हैं। ओवैसी उन्हीं के चुनाव प्रचार में राँची पहुंचे हैं।