पीरपैंती के विधायक के भवन पर चला बुलडोजर
AJ डेस्क: भागलपुर जिले के पीरपैंती विधानसभा के भाजपा विधायक इं. ललन कुमार की कथित अतिक्रमित जमीन पर बुधवार को झारखंड प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। यह कार्रवाई रांची हाइकोर्ट के आदेश पर की गई। झारखंड के मेहरमा सीओ ने पुलिस बल के साथ पहुंचकर घर के अवैध हिस्से को जमींदोज कर समतलीकरण करा दिया।
झारखंड के गोड्डा अंतर्गत मेहरमा प्रखंड स्थित गोविंदपुर में विधायक का घर बना हुआ है, जिसमें उनकी मां अपने पांच पुत्रों और बहुओं के साथ रहती हैैं। चार कट्ठा छह धूर जमीन में से अतिक्रमित एक कट्ठा छह धूर पर बुलडोजर चला है। हालांकि, विधायक ने अपना घर होने से इंकार किया है। उनका कहना है कि उस घर में उनकी मां रहती हैं और घर भी मां के ही नाम है।
उक्त मकान बिहार सीमा से सटे बाराहाट में है। मकान के पीछे शांति देवी पत्नी कालिका प्रसाद का घर है। उन्होंने रास्ता की मांग के लिए 2016 में झारखंड कोर्ट से गुहार लगाई थी। शांति देवी बनाम झारखंड सरकार केस में तीन बार नोटिस देने के बाद अतिक्रमण हटाया गया है। मेहरमा अंचलाधिकारी सुनील कुमार ने बताया है कि अतिक्रमित हिस्से पर बुलडोजर चला है और शेष भाग को समतल कर दिया गया है। अंचलाधिकारी के अनुसार, खतियान में चार कट्ठा छह धूर में से तीन कट्ठा जमीन की 1994 में फुलेश्वरी देवी और उनके पति शिवनाथ पासवान ने बंदोबस्ती करा ली थी। एक कट्ठा छह धूर पर अतिक्रमण था, जिसके लिए तीन बार नोटिस भेजा गया था।
वहीं, क्षेत्र में चर्चा है कि जिस मकान का दक्षिणी हिस्सा तोड़ा गया है वहां पर विधायक का दोमंजिला आलीशान मकान बना हुआ है। 2020 के विधानसभा का चुनाव लडऩे तक विधायक उसी मकान में रहते थे। अतिक्रमण का मामला तूल पकडऩे लगा तब विधायक गांधीनगर के घर में रहने लगे। विधायक के भाई आलोक पासवान ने कहा कि झारखंड के मेहरमा सीओ ने जबरन ये कार्रवाई की है। पूर्व में कोई नोटिस भी नहीं दिया गया था।
इस संबंध में विधायक ने कहा कि ‘इस मामले में मेरा नाम जबरन घसीटा जा रहा है। उस घर में मेरा कोई हिस्सा नहीं है। वहां मेरी मां और मेरे पांच भाई अपने परिवार के साथ रहते हैैं। कोर्ट के आदेश पर भाइयों ने स्वत: ही अतिक्रमण हटा लिया था। मैैं 35 साल से बिहार के गांधीनगर बाराहाट में रह रहा हूं। मैं अपने प्रारंभिक शिक्षक सुरेश लाल के सेवक और दत्तक पुत्र के रूप में हूं।’