जादू टोना में हत्या : कब्र खोद निकाला गए मासूम बच्ची का शव
AJ डेस्क: डेढ़ साल की मासूम वीरा कुमारी उर्फ खुशी की जिंदगी परिवार की बगिया में खिलने से पहले ही जादू टोना की भेंट चढ़ हमेशा के लिए मुरझा गई। पिछले 21 जून को जरमुंडी थाना क्षेत्र के अमगाछी में वीरा कुमारी उर्फ खुशी की हत्या कर शव को डोभा में फेंक दिया गया था। इसके बाद शव को गांव के बाहर दफना दिया गया। अब खुशी की पिता अनिल दर्वे और माता बबीता देवी ने शंका जताई है कि बच्ची की जादू-टोना को लेकर हत्या कर दी गई है।
उनकी शिकायत पर दंडाधिकारी के रूप में जरमुण्डी सीओ राजकुमार प्रसाद एवं थाना प्रभारी दयानंद साह की मौजूदगी में जरमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत आमगाछी गांव के शमशान घाट से शव को बाहर निकाला गया है। थाना प्रभारी बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक जरमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत बनवारा पंचायत के आमगाछी गांव निवासी अनिल दर्वे की डेढ़ वर्षीय पुत्री वीरा कुमारी को उसकी मां बबीता देवी 21 जून की दोपहर घर में छोड़कर बाजार गई थी। बाजार से वापस लौटने पर उसने बच्ची को घर में नहीं पाया। पूरे गांव में खोजबीन की गयी लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद अगले सुबह गांव से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक डोभा में बच्ची का शव पाया गया। आनन-फानन में परिजनों व ग्रामीणों ने बच्ची के शव को लाकर गांव से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर नदी किनारे स्थित श्मशान घाट में दफना दिया। बच्ची की मां बबीता देवी के मन में अपने बेटी की हत्या को लेकर आशंका थी। उसने अपने पति अनिल दरवे को इस बारे में बताया।
इसके बाद मृत बच्ची के माता-पिता ने जरमुंडी थाना पहुंच थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक दयानंद साह को मामले से अवगत कराया। मामले को गंभीरता से लेते हुए जरमुंडी पुलिस निरीक्षक ने वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर जरमुंडी सीओ सह मजिस्ट्रेट राजकिशोर प्रसाद की उपस्थिति में पुलिस बल के साथ आमगाछी गांव पहुंचकर श्मशान घाट से बच्ची के शव को बाहर निकालवा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा मामले की जांच में जुट गई है।
