स्कूल में लिखा “जय श्री राम”, बढ़ गया विवाद

AJ डेस्क: गिरिडीह सदर प्रखंड अंतगर्त पालमो पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पालमो में ब्लैक बोर्ड पर एक छात्र द्वारा जय श्री राम लिख देने के बाद उस छात्र की पिटाई करने का आरोप शिक्षक पर लगा है। यह आरोप  विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मो. अबुल कलाम पर लगा है। घटना 8 जुलाई की बताई जा रही है। इसके अलावा अन्य शिक्षकों पर बच्चों से शौचालय साफ कराने व शौचालय के लिए पानी ढ़ुलाने का आरोप भी लगाया गया है।

 

 

उक्त मामला जब तूल पकड़ने लगा तो मंगलवार को स्कूल में आपात बैठक हुई। जिसमें मुखिया प्रतिनिधि सुरेन्द्र यादव, पूर्व मुखिया जितेंद्र पांडेय, प्रभारी प्रधानाध्यापक अबुल कलाम , स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष कंचन मंडल व सदस्य समेत दर्जनाधिक अभिभावक व ग्रामीण शामिल हुए। लगभग तीन घंटे तक बैठक हुई। इस दौरान बीच-बीच में ग्रामीण कई बार उग्र भी हो जा रहे थे। मंगलवार को बैठक के दौरान भी स्कूल के ब्लैक बोर्ड, क्लासरुम के दरवाजे, मुख्य द्वार समेत कई जगहों पर जय श्रीराम लिखा हुआ देखा गया।

 

 

छात्र की पिटाई का आरोप बेबुनियाद-

इस दौरान प्रधानाध्यापक अबुल कलाम ने छात्र की पिटाई करने के आरोप को बेबुनियाद बताया। उन्होने कहा कि ब्लैक बोर्ड पर जय श्रीराम नहीं बल्कि इससे अलग कहीं-कहीं कुछ छात्रों द्वारा अश्लील बातें लिखी गई थी। इसके लिए उन्हे थोड़ी डांट फटकार लगाई थी। इस डांट के लिए भी उन्होने बैठक में जनप्रतिनिधियों व अभिभावको के सामने खेद प्रकट किया। कहा कि विद्यालय व बच्चे उनके परिवार की तरह है।

 

 

 

 

 

 

क्या है मामला-

बताया जाता है कि एक छात्र द्वारा 8 जुलाई को छूट्टी होने के बाद क्लास के ब्लैक बोर्ड पर जय श्री राम लिख दिया गया था। ग्रामीणों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि 9 जुलाई को जब स्कूल खुला तो प्रभारी प्रधानाध्यापक अबुल कलाम बोर्ड पर जय श्री राम लिखनेवाले छात्र को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद उक्त छात्र ने मामले की जानकारी अपने अभिभावकों को दी। इसके बाद गांव में यह मामला फैल गया व मामले को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया।

 

 

बैठक में मुखिया प्रतिनिधि सुरेंद्र यादव ने कहा कि ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना’ की परंपरा के साथ स्कूल का संचालन होना चाहिए। कहा कि विद्यालय में अगर शिक्षक ऐसी भाषा का प्रयोग करते है, जिससे विरोधाभास उत्पन्न होता है तो ऐसा भाषा का प्रयोग नहीं करें। छात्र व शिक्षक कोई ऐसी गलती की पुनरावृत्ति नहीं करें, जिससे विद्यालय पर किसी तरह का आंच आएं।

 

 

इधर डीईओ पुष्पा कुजूर ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। जांच के लिए एक टीम बना कर विद्यालय भेजी जाएगी। जांच के बाद दोषी पाए जाने पर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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