दीक्षांत समारोह : ऊर्जा, खनन और पृथ्वी विज्ञान के क्षेत्र में आईआईटी ISM का शानदार इतिहास रहा है- राज्यपाल
AJ डेस्क: आइआइटी आइएसएम का दो दिवसीय 41 वां दीक्षांत समारोह आज से शुरू हो गया। पहले दिन शनिवार को राज्यपाल रमेश बैस बतौर मुख्य अतिथि 2019-20 बैच के 1978 छात्रों को डिग्री दे रहे है। साथ ही 104 छात्रों को इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल दिया जाएगा। इसमें 2019-20 बैच के 59 छात्रों को इंस्टीट्यूट गोल्ड मिलेगा। इसके लिए कैंपस को आकर्षक तरीके से सजाया गया है।
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि धनबाद स्थित आईआईटी आईएसएम संस्थान का ऊर्जा, खनन और पृथ्वी विज्ञान के क्षेत्र में नए-नए कृतिमान स्थापित करने का शानदार इतिहास रहा है। आईआईटी बनने के बाद यह संस्थान इंजिनियरिंग के अन्य क्षेत्रों में भी असाधरण प्रगति किया है। यह संस्थान सिर्फ शिक्षा का केंद्र नही, बल्कि यह सौर्य इनोवेशन के सकारात्मक विचारों के भी केंद्र है। यह संस्थान इनोवेशन के सोच को बढ़ावा देने के लिए अगले संस्थान के रूप में जाना जायेगा।
राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा की इस 41वें दीक्षांत समारोह का साक्षी बनना मेरे लिए हर्ष और गौरव की बात है। आज का दिन आप सभी छात्रों के लिए खुशी और उत्साह का दिन है। यह दीक्षांत समारोह विद्यार्थियों के लिए एक ऐतिहासिक पल है। सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। आपका भौतिक निर्माण ऐसे प्रतिष्ठित संस्थान में हुआ है जिसकी समृद्ध विरासत रही है। जिसमे भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने की क्षमता है। इस संस्थान के विद्यार्थी विश्व में कही भी हो उन्होंने अपने चुने हुए क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनाकर राज्य और राष्ट्र का मान बढ़ाया है।