तहकीकात : मुठभेड़ के बाद पकड़े गए बदमाशों का “सुबोध गैंग” से कनेक्शन

अरुण कुमार तिवारी…

 

AJ डेस्क: धनबाद के बैंक मोड़ में बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद पकड़े गए दोनों अपराधी का कनेक्शन बिहार के कुख्यात “सुबोध सिंह गैंग” से होने की जानकारी सूत्र दे रहे हैं। पकड़े गए दो में से एक अपराधी अभी हाल ही में बेऊर जेल से निकला है। इस गिरोह का आतंक कम से कम आधा दर्जन राज्यों में है।

 

 

बैंक मोड़ में मंगलवार को पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के बाद दो अपराधी पकड़े गए थे। SSP संजीव कुमार ने बताया था कि पूछताछ के दौरान पकड़े गए एक अपराधी ने अपना नाम आसिफ और पता समस्तीपुर बताया था जबकि दूसरे ने अपना नाम राघव और पता लखीसराय बताया था। जबकि इनके पास से बरामद आधार कार्ड में निर्मल सिंह-इंदौर, मध्यप्रदेश और गुंजन रांची का नाम और पता दर्ज था। विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि अपराधियों ने पुलिस के समक्ष अपना जो नाम और पता बताया है, वह सही है। जबकि आधार कार्ड पर फर्जी नाम और पता दर्ज है।

 

 

बिहार के “सुबोध सिंह गैंग” से इन अपराधियों का कनेक्शन होने की जानकारी सूत्र दे रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि राघव करीब दो माह पहले ही बेऊर जेल से निकला है। इस गिरोह का नेटवर्क बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, गुजरात और दिल्ली तक फैला हुआ है। सूत्र बताते हैं कि इस गिरोह का अपना स्टाइल है। गिरोह के सदस्य अपने टार्गेट वाले शहर में कम से कम दस दिन पहले डेरा जमा देते हैं। सभी अपराधी एक साथ नहीं ठहरते। फर्जी ID के सहारे किराया पर मकान लेते हैं और होटल में ठहरते हैं। जिस शहर में रेल और हवाई यात्रा की सुविधा हो, वहां दोनो मार्ग से आना जाना करते हैं। सड़क मार्ग का बहुत कम उपयोग यह गिरोह करता है। लूट की घटना को अंजाम देकर भागने के लिए इनके द्वारा प्रायः बाइक का उपयोग किया जाता है। सूत्र बताते हैं कि इस गिरोह का मुख्य टार्गेट “गोल्ड” लूटना होता है। गिरोह में शार्प शूटर भी हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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