आदिवासी सोनोत संताल समाज ने कुडमी जाति के विरुद्ध बिगुल फूंका
AJ डेस्क: झारखण्ड में कुड़मी जाति के द्वारा आदिवासी का दर्जा पाने ले लिए जारी आंदोलन के खिलाफ शुक्रवार को हजारो की संख्या में आदिवासी सोनोत संताल समाज के लोग ने पारम्परिक हथियारों के साथ रंधीर वर्मा चौक पर प्रदर्शन किया। इस दौरान झारखण्ड में कुड़मी जाति के नेताओं के पुतलो पर तीर मारकर नेताओ को अभी सचेत होने की चेतावनी दी गई। साथ ही तीनो नेता सुरेश सिंह बेसरा, मथुरा प्रसाद महतो और चंद्र प्रकाश चौधरी का आदिवासी समाज के लोगो ने रणधीर वर्मा पर पुतला भी फूंका।
संताल समाज के लोगों ने कहा कि आदिवासियों को पहले से ईसाई धर्म के लोग परेशन कर रहे थे, अब कुड़मी लोग भी तंग कर रहे हैं। कुड़मी समाज के लोग झारखण्ड में खेती करने के लिए महाराष्ट्र और गुजरात से आए थे। अब अपने आप को यहां का बाशिंदा कह रहे है। यदि झारखंड में कुड़मी समाज को आदिवासी का दर्जा दिया जाएगा तो आदिवासी समाज आंदोलन करने को बाध्य होगी। आज धनबाद से इसकी शुरुआत हम लोगों ने कर दिया है। इसको लेकर हम लोग रांची से लेकर दिल्ली तक जाएंगे। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आदिवासी नेताओं को भी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी बातों को विधानसभा सत्र में नहीं उठाई जाएगी तो आने वाले समय में उन्हें अपने क्षेत्र में घुसने नहीं देंगे।