नायाब तरीका : शराब से चल रहा मोटर साइकिल

AJ डेस्क: बिहार में शराबबंदी के बावजूद भी तस्करी के लिए अजब-गजब तरीके अपनाए जा रहे हैं। इनके अनोखे तरकीब को देखकर अच्छे-अच्छे इंजीनियरों के होश उड़ जाएं। वैशाली में एक तस्कर की बाइक की टंकी में पेट्रोल की जगह शराब भरा मिला। फिर भी बाइक सड़क पर दौड़ रही थी। सबसे बड़ी बात मोटरसाइकिल की टंकी में एक बूंद भी पेट्रोल नहीं था, तब भी मोटरसाइकिल खूब रफ्तार से सड़क पर दौड़ती जा रही थी। आठवीं पास शराब तस्कर के इस तकनीक के आगे पढ़े-लिखे इंजीनियर का भी दिमाग घूम जाएगा।
वैशाली के उत्पाद विभाग की टीम ने एक ऐसे शराब तस्कर का खुलासा किया है जिसे देख उत्पाद विभाग के अधिकारी के भी होश उड़ गए। मोटरसाइकिल की टंकी में पेट्रोल का इस्तेमाल होता है, यह हम सब जानते है, लेकिन उसी टंकी में देसी शराब भरा हुआ था। मानो तो शराब से ही मोटरसाइकिल चल रही थी। वैशाली जिला में उत्पाद विभाग की हो रही लगातार कार्रवाई से शराब कारोबारी में हड़कंप मचा हुआ है। शराब कारोबारी अब नए-नए हथकंडे अपना शराब की तस्करी में जुटे हैं।
बताया जा रहा है कि उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिला था कि राघोपुर दियारा इलाके से देसी शराब मोटरसाइकिल के जरिए एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा रहा है। पुलिस ने इसी सूचना पर बिदुपुर थाना क्षेत्र के रहिमापुर से इस विशेष मोटरसाइकिल के साथ शराब तस्कर को गिरफ्तार किया है। इसके बाद जब बाइक की तलाशी ली गई तो टंकी में पेट्रोल की जगह शराब मिली। जिसे देखकर उत्पाद विभाग के होस उड़ गए। पहले तो उत्पाद विभाग को लगा कि सूचना गलत है, लेकिन जब उत्पाद विभाग के अधिकारी बारीकी से उस मोटरसाइकिल की जांच करने लगे तो सीट के नीचे एक पेट्रोल भरा बोतल मोटरसाइकिल के इंजन से एक पाइप के जरिए जुड़ा मिला। जिसे देखकर उत्पाद विभाग के अधिकारी भी अचंभित हो गए।
शराब तस्कर युवक सिर्फ आठवीं पास है और शराब का कारोबार करता है, लेकिन शराब तस्करी के लिए दिमाग इंजीनियर से भी ऊपर का लगाया और मोटरसाइकिल को इस जुगाड़ तकनीक से शराब तस्करी के लिए इस्तेमाल करने लगा। जिसपर पुलिस को भी कभी शक नहीं होता था और वह बड़ी ही आसानी से थाने के समीप से भी गुजर जाता था। युवक इस तकनीक के सहारे बड़े आराम से अपने अवैध शराब के कारोबार को चला रहा था। उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने इस विशेष तकनीक वाली मोटरसाइकिल से जुड़ी एक और खुलासा किया। दरअसल जिस नंबर प्लेट का इस्तेमाल वह मोटरसाइकिल के लिए कर रहा था, उस नंबर के एक गाड़ी को नवंबर महीने में ही उत्पाद विभाग ने पकड़ा था। पकड़े गए युवक ने बताया कि वह अपनी गरीबी के कारण शराब तस्करी के कारोबार से जुड़ा। इस विशेष मोटरसाइकिल को शराब तस्करी के लिए उसने खुद ही डिजाइन किया। जिसके बाद उसे इस धंधे में अच्छा मुनाफा भी होने लगा था।