आश्चर्य किंतु सत्य : युवती का हो रहा था पोस्टमार्टम की तैयारी, निकली जीवित

AJ डेस्क: क्या सच में करिश्मा हो गया? कुछ लोगों को लग तो यही रहा है। मरी हुई लड़की जिंदा हो गई, लेकिन परिजनों ने तो कभी माना ही नहीं कि लड़की में अब जान नहीं है। बात उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की है।
यहां नहर में उतराते एक लड़की दिखी। किसी की सूचना पर पुलिस ने लड़की को पानी से निकाला और उसे मरी हुई समझ पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की तैयारी में जुट गई। हालांकि, परिजनों ने लड़की का इलाज कराने की जिद कर दी। पुलिस को झुकना पड़ा और फिर वो हुआ जिसे कुछ लोग चमत्कार कह रहे हैं। जी हां, अस्पताल में लड़की ने आंखें खोल दी।
दरअसल, मिर्जापुर जिले के संतनगर थाना क्षेत्र के राहकलां हऊदहवा की रहने वाली रवीना घर से डेढ़ किलोमीटर दूर नहर में उतराती हुई मिली। परिजनों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने जिला पंचायत सदस्य मनीष को इसकी सूचना दी। मनीष की सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवती को मृत समझकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज रही थी, तभी मौके पर परिजन पहुंच गए। परिजन युवती का इलाज कराने की जिद पर अड़ गए। परिजनों की जिद से बेबस पुलिस ने डॉक्टर को दिखाने की बात मान ली। परिजन रवीना को लेकर पटेहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां इलाज मिलने से उसका शरीर हरकत करने लगा।
जिला पंचायत सदस्य मनीष कुमार ने बताया कि युवती के नहर में उतराते होने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे थे। पुलिस उसे मृत समझकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज रही थी, लेकिन इलाज के दौरान युवती के शरीर में हरकत हुई। परिजनों ने बताया कि रवीना की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। वो 2 घंटे से लापता थी। फार्मासिस्ट गणेश कुमार ने बताया कि अचेतावस्था में युवती अस्पताल लाई गई थी। पेट पर पंप करने के बाद हार्टबीट चलने लगी। थोड़ी देर इलाज के बाद युवती स्वस्थ हो गई।
मां रन्नो देवी ने बताया कि मानसिक रूप से कमजोर उसकी बेटी दो घंटे पहले घर से गायब हो गई थी। खोजबीन के दौरान पता चला कि युवती नहर में डूबी हुई हालात में मिली है। रवीना की मां अपनी बेटी को स्वस्थ होता देख खुश हैं।