मन जीत ने “ऊपर” वालों और “कोयला तस्करों” का “दिल” जीत लिया
AJ डेस्क: भले ही कुशल प्रशासक साबित न हो रहे हों मन जीत लेकिन इनकी प्रबंधकीय क्षमता की तारीफ करनी होगी। ऊपर वालों से लेकर अवैध धंधेबाजों के दिल को जीत लिया है मन + जीत ने। नतीजा क्षेत्र में अवैध ढंग से काले हीरे की लूट चरम पर है। निरसा ने फिर अपनी बादशाहत साबित कर दिया है।
मन + जीत और संजय की जोड़ी ने कोयला के अवैध कारोबार का ऐसा प्रबंधन कर रखा है कि क्षेत्र में “चूं” तक की आवाज नही उठ रही। इस जोड़ी का सहयोग कर रहे हैं रमा शंकर और यादव। घाघ खिलाड़ियों की इस टीम की प्रबंधकीय क्षमता काबिले तारीफ है। ऊपर वाले संतुष्ट हैं तो क्षेत्र के खादी वालों को कोई नाराजगी भी नही है।
दिमाग के शातिर इस सिंडीकेट के पास बाहुबली भी है। विरोध में आवाज उठाने वाले पर गोली चलवा देना साधारण बात है इनके लिए। आखिर भौतिक युग में रातों रात करोड़पति बनने का सपना लेकर ही तो यह कोयला के अवैध कारोबार जगत में प्रवेश किए हैं। फिर यह किसी का विरोध कैसे बर्दाश्त कर लेंगे जबकि मन + जीत का भी खुला आशीर्वाद इन्हे प्राप्त है।
निरसा पुलिस अनुमंडल के निरसा, कालू बथान, मैथन से लेकर पांचेत तक बड़े पैमाने पर काले हीरे की लूट जारी है। जानकार कहते हैं कि सिंडीकेट के अधिकांश सदस्यों के पास अपना हार्ड कोक भट्ठा और डिपो है जहां लूट का कोयला आसानी से खप जाता है। आम आवाम तक इन भट्ठों के बारे में जानते हैं।
सब मन + जीत बाबा का आशीर्वाद है। मन + जीत बाबा ने कह दिया- “ऑल इज वेल” तो फिर टेंशन काहे का अपनी कुशल प्रबंधकीय क्षमता से ऊपर वालों का दिल जीत ही चुके है मन + जीत बाबा। सिंडीकेट सेवा और दलाली में किसी तरह की कोताही बरत ही नही रहा है। क्षेत्र में “सब शांति शांति है”। जय हो मन + जीत बाबा और संजय की जोड़ी की।