अलकडीहा-लोदना में गणेशी सिंडीकेट पुनः सक्रिय, दोनों हाथ लूट रहा “काला हीरा”

AJ डेस्क: क्षेत्र की भौगोलिक बनावट,प्रकृति द्वारा दिया गया काला हीरा का अकूत भंडार “गणेशी” के लिए सहायक साबित हो रहा है।

 

 

झरिया कोयलांचल का हुचक टांड़, जयरामपुर, अलक डीहा, पार बाद, लोदना गणेशी का रिजर्व्ड चारागाह है। बस्ती के बस्ती महिला,पुरुष गणेशी सिंडीकेट के गुर्गे हैं जो बंद खदान, रेलवे यार्ड और समीप के आउट सोर्सिंग से कोयला टपा अलग अलग जगह पर जमा कर देते हैं। जहां से गणेशी उक्त कोयला को ट्रकों के माध्यम से गोबिंदपुर या सुदाम डीह के रास्ते बंगाल में खपा देता है।

 

 

इतिहास गवाह है गणेशी सिंडीकेट के लूट काम में बाधा डालने वालों पर बस्ती वाले हमला तक कर देते हैं। इस क्षेत्र की भौगोलिक बनावट ऐसी है कि बाहरी राहगीरों का इधर आना जाना नहीं होता। चारों ओर ओवर बर्डन का पहाड़ या गहरी खदान है। पुलिस और CISF का पेट्रोलिंग यदा कदा इस क्षेत्र में नजर आता है लेकिन उन्हें कोयले की लूट नजर नहीं आती।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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