भारत के सामने सैन्य बजट में पाकिस्तान फिसड्डी,साढ़े आठ गुना का अंतर
AJ डेस्क: पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान ने जिस नापाक हरकत को अंजाम दिया था उसका भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से बदला लिया। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी और यह भी कहा कि किसी सैन्य ठिकानों या फिर आम लोगों को निशाना नहीं बनाया गया। आतंक पर भारतीय सेना की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर हमले की कोशिश भी की, लेकिन पूरी तरह फुस्स साबित हुए। भारतीय रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में रक्षा क्षेत्र में जो निवेश किए हैं, उसका असर अब दिखने लगा है। इसके उलट पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली फिसड्डी साबित हुई और उन्हें भारत की जवाबी कार्रवाई में भारी नुकसान का भी सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान भारत के आसपास भी नहीं है।
भारत के रक्षा बजट के आसपास भी नहीं पाकिस्तान
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2.12 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये (64,082 करोड़ भारतीय रुपये) के रक्षा बजट के बावजूद पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली पूरी तरह ध्वस्त हो गई। यह रक्षा बजट उनके जीडीपी (GDP) का 1.7 प्रतिशत है। वहीं, भारत में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रक्षा क्षेत्र के लिए 6.81 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए गए, जिसमें सेना के आधुनिकीकरण के लिए 1.8 लाख करोड़ रुपए शामिल हैं। भारत का रक्षा बजट 2024-25 के लिए भारत की अनुमानित जीडीपी का 1.9 प्रतिशत है।
भारत ने पिछले कुछ वर्षों में रक्षा क्षेत्र में खूब निवेश किया
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) सैन्य व्यय डेटाबेस से प्राप्त डेटा के जरिये हम आपको साल 1999 के करगिल युद्ध के बाद से यानी साल 2000 से लेकर 2024 तक दोनों देशों के बीच सैन्य बजट की तुलना बता रहे हैं। साल 2000 में जहां सैन्य बजट में भारत पाकिस्तान से 4.8 गुना आगे थे। वहीं, 2023 में यह अंतर 9.5 गुना का हो चुका था। 2024 में यह अंतर 8.5 गुना का रहा। 2024 में भारत का रक्षा बजट 86 बिलियन डॉलर यानि 7.34 लाख करोड़ था, जो पाकिस्तान के 10 बिलियन डॉलर यानि 85 हजार करोड़ से लगभग आठ गुना ज्यादा था
