VIDEO- जैश-ए-मोहम्मद और आई एस आई के बीच गहरा सम्बन्ध है: परवेज मुशर्रफ
AJ डेस्क: मंगलवार को पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद के संगठन जमात-उत-दावा और फलह-ए-इंसानियत पर बड़ी कार्रवाई करते हुए बैन कर दिया। बुधवार को एक कदम और आगे बढ़ते हुए पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद के संगठन से जुड़ी कई संपत्तियों को सीज किया। इन सबके बीच पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने सनसनीखेज खुलासा किया है।
पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पाकिस्तानी चैनल हम टीवी से बात करते हुए बताते हैं कि जैश-ए- मोहम्मद और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के बीच गहरा संबंध था। आईएसआई की मदद से जैश ने भारत के कई इलाकों में बम धमाके कराए थे। बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद जिसे सर्जिकल स्ट्राइक-2 माना जा रहा है। इस स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जबरदस्त दबाव है।
हम टीवी के नदीम मलिक ने जब पूछा कि आप तो अपने समय में बहुत ही शक्तिशाली थे। इसके बावजूद आपने जैश-ए- मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इस सवाल के जवाब में परवेज मुशर्रफ ने कहा कि उनके समय में माहौल अलग था। उस दौर में भारत की तरफ से पाकिस्तान में बम ब्लास्ट कराए जाते थे और हमारी तरफ से कराए जाते थे। लेकिन इस सवाल का जवाब उनके पास नहीं है कि वो जैश पर बैन क्यों नहीं लगा सके। नदीम मलिक के कुरेदने के बाद उन्होंने लाचारगी भरे अंदाज में कहा कि वो आईएसआई से जैश पर बैन लगाने की बात कहते थे। लेकिन वो लोग नहीं माने।
यहाँ देखें वीडियो (VIDEO)
جنرل پرویز مشرف پر جھجڈا چیچی میں حملہ کس نے کیا ؟#NadeemMalikLive #Pakistan #HUMNews pic.twitter.com/3PI6WYzJq1
— Nadeem Malik (@nadeemmalik) March 5, 2019
अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के दबाव के बाद पाकिस्तान के सामने हाफिज सईद के संगठन जमात-उत-दावा और फलह-ए-इंसानियत को प्रतिबंधित संगठनों की सूची में डालने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। इसके साथ ही पाकिस्तान की एजेंसियों ने जैश के 44 आतंकियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें!