VIDEO- वाह सुशासन बाबू: कितने सवेंदनशील हैं आप, घायल बच्चों को छोड़ निकल पड़े
AJ डेस्क: सुशासन बाबू गए तो थे संवेदना प्रकट करने लेकिन वो वहाँ संवेदनहीनता की ऐसी छाप छोड़ आए जिसे मिटाना उनके लिए आसान नहीं होगा। हम बात कर रहे है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की। दरअसल सीएम साहब गुरुवार को बेगूसराय स्थित शहीद पिंटू सिंह के घर पहुंचे थे। शहीद के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करने। ठीक उसी वक्त उसी गाँव में एक ऐसी घटना घटी जिससे हर तरफ चीख-पुकार मच गया। लोग मदद के लिए बिलखने लगे लेकिन सुशासन बाबू पीड़ितों के जख्मो पर मरहम लगाने के बजाए मुँह छिपाए वहाँ से भाग खड़ा हुए।
जिला बेगूसराय, प्रखंड बखरी, गांव ध्यानचंद। यह पता शहीद पिंटू सिंह के घर की है और आज दोपहर इसी पते पर सुशासन बाबू का काफिला पहुंचा। दरअसल सीएम साहब किसी तरह अपने सरकारी काम-काजो में से थोड़ा सा समय निकाल कर शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे थे। गांव में बड़ी-बड़ी गाड़ियों का काफिला और उसपर सीएम साहब के आने की खबर गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते शहीद के घर के आस-पास गांव वालों का हुजूम उमड़ पड़ा। इसी दौरान शहीद पिंटू सिंह के घर के पड़ोसी रंजीत शर्मा के घर की छत पर दर्जनों महिला और बच्चे नीतीश कुमार को देखने के नियत से चढ़ गए।
जानकारी के अनुसार सीएम साहब जैसे ही शहीद के घर से बाहर निकले उन्हें देखने के लिए भीड़ अचानक से बेकाबू हो गई और इसी दौरान छत का रेलिंग टूट गया। जिससे छत पर चढ़े पाँच बच्चे सीधे नीचे आ गिरे। सभी बच्चे खून से सन गए। घायल बच्चों में से कोई बेहोश हो चुका था, तो कोई खून से लथपथ बेसुध पड़ा लोगों को निहार रहा था। स्थिति गंभीर हो चुकी थी। लोग भाग भाग कर घायल हुए बच्चों को उठा कर सुरक्षित स्थानों पर रख रहे थे। गांव की सड़कों पर महिलाए खून से लथपथ अपने लाल को गोद में लिए मदद के लिए चीख-पुकार कर रही थी।
लेकिन यहाँ सबसे गंभीर और आश्चर्य कर देने वाली बात यह है की मुख्यमंत्री साहब के आँखों के सामने ये घटना घटी लेकिन उन्होंने चंद सेकेण्ड के लिए भी रुक कर घायलों का हाल-चाल नहीं लिया। वो चुप चाप अपने लग्जरी कार में बैठ अपने लश्कर के साथ मदद के लिए चिघाड़ती लाचार माओ के बीच से निकल गए।
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बहरहाल गांव वालों की सूचना पर मौके पर पहुंची एम्बुलेंस गाड़ी से घायल पांचों बच्चों को बखरी प्राथमिक स्वास्थ्य के लाया गया। जहाँ से उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। फिलहाल अस्पताल में घायल बच्चों में से दो बच्चों की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
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