“जो जीता वही सिकन्दर—” संसद में हैट्रिक जड़ने चुनावी समर में उतरे पी एन सिंह
अरुण कुमार तिवारी…
AJ डेस्क: तमाम अटकलों और भीतरघात की राजनीति पर विराम लगाते हुए आज अंततः पशु पति नाथ सिंह लगातार “हैट्रिक” जमाने के लिए धनबाद संसदीय क्षेत्र से भाजपा का टिकट लेने में विजयी रहे। हालाँकि अभी ऑफिसियल घोषणा होने में चंद घण्टे बाकि हैं लेकिन भीतरखाने के सूत्रों ने इस खबर की पुष्टि की है।
धनबाद कोयलांचल भाजपा की राजनीति से रोम-रोम तक वाकिफ पी एन सिंह ने विधान सभा में भी जीत का हैट्रिक जड़ा था। अब वह लोक सभा में हैट्रिक जड़ने के लिए चुनावी समर में उतर चुके हैं। सांसद के आवास पर आज सुबह से ही उत्साहित कार्यकर्ताओं और शुभ चिंतको का बधाई देने के लिए जमघट लग चुका है।

लोक सभा चुनाव की घोषणा होते ही भाजपा के गढ़ से टिकट पाने वाले नेताओं की सक्रियता बढ़ गयी थी। सूबे की राजनीति में जातीय समीकरण के बल पर इन दिनों सक्रिय रहने वाले कतिपय नेता भी ताल ठोकने लगे थे। तो “भाई जी” के शार्गिद के रूप में पहचाने जाने वाले एकाध जनप्रतिनिधि भी “गुरु”को पटखनी देकर दिल्ली जाने का कसरत शुरू कर चुके थे। यही नहीं दूसरे जिला में भाजपा के ही सांसद रहे नेता भी इस बार धनबाद से अपनी किस्मत आजमाने का भरपूर प्रयास कर चुके हैं।
कहा जाता है कि वह अपने संसदीय क्षेत्र में जनता और कार्यकर्ताओं का विश्वास खो चुके हैं। धनबाद भाजपा का गढ़ है। इस सुरक्षित सीट के माध्यम से वह दिल्ली पहुंचने की खूब जुगत भिड़ाते रहे। इस पूरे जोड़ घटाव की राजनीति के बाद पी एन सिंह के उम्र को ही उनके खिलाफ हथियार बनाया जा रहा था। पड़ोसी सीट गिरिडीह भाजपा की झोली से आजसू को दिए जाने के बाद जानकार राजनीतिज्ञ समझने लगे थे कि अब धनबाद संसदीय सीट को डिस्टर्व नहीं किया जाएगा।
खैर! चुनावी मौसम में आकलन, उठा-पटक, भीतरघात वगैरह वगैरह का खेल चलता रहता है। जो स्वभाविक भी है। सभी को अपने कर्म क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका तलाशने का अधिकार भी है। लेकिन “जो जीता वही सिकन्दर—” भी कहा जाता है।
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