चीन ने भारत का लोहा माना, पाकिस्तानी नहीं पचा पाए खुद की बेइज्जती, भड़के

AJ डेस्क: पुलवामा कांड के बाद पाकिस्तान पर भड़के भारतीयों को ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए। हम यहाँ दो घटनाओं का जिक्र करने जा रहे है। जो सीधे सीधे भारत, पाकिस्तान और चीन से जुड़ी है। पहली खबर पाकिस्तान से जुड़ी है। इस खबर में हम आपकों बताएंगे कि कैसे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और उनके मंत्रियो के इज्जत का फालूदा हो गया। वो भी उनके आका चीन के हाथों। वहीं दूसरी खबर में आप जानेंगे की कैसे चीन ने भारत का लोहा मानते हुए चीन कैसे सही रास्ते पर आ गया है।

 

 

पहली घटना-

पाकिस्तान भले चीन को अपना सगा वाला भाई मानता हो लेकिन हालिया घटना ने उसका सपना चकना चूर कर दिया है। दरअसल हुआ ये की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चीन पहुंचे। लेकिन वहां प्रोटोकॉल के मुताबिक उनका स्वागत करने के लिए न तो प्रधानमंत्री आया, न राष्ट्रपति और न कोई बड़ा नेता। बस वहाँ पहुंची तो बीजिंग की म्यूनिसिपल कमेटी की डिप्टी सेक्रेट्री जनरल ली लिफेंग। जिन्होंने फूल का गुलदस्ता देकर पाकिस्तान को फूल बनाया। अब इस बात पर पाकिस्तान की जनता काफी भड़की हुई है।

 

 

बता दें चीन के चार दिवसीय दौरे पर जाने के लिए इमरान खान पहले से काफी उत्सुक थे। चीन को अपना दोस्त और भाई भी बता रखा था। अपने दोस्त शी जिनपिंग से मिलने की भारी इच्छा भी थी। बीजिंग में वेल्ट एंड रोड समिट का आयोजन था। पाकिस्तानी पीएम के साथ रेलमंत्री राशिद अहमद, जलमंत्री फैजल वावडा के अलावा कई और मंत्री भी थे।

 

 

लेकिन इमरान खान जैसे ही बीजिंग पहुंचे तो ये देखकर वो चौंक गए कि चीन से कोई बड़ा नेता उनके स्वागत में नहीं आया बल्कि म्यूनिसिपल कमेटी की डिप्टी सेक्रेट्री आई है। इस तस्वीर के सामने आते ही पाकिस्तान फूट पड़ा। किसी ने पाकिस्तान की बुराई की तो किसी ने चीन की। बहरहाल हर तरफ से माननीय प्रधानमंत्री पाकिस्तान इमरान खान की काफी फजीहत हो गई।

 

 

दूसरी घटना-

बीजिंग में आयोजित हो रहे दूसरे बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) समिट में चीन ने पीओके के साथ जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना है। इस समिट में एक नक्शा प्रदर्शित किया गया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत के हिस्से के तौर पर प्रदर्शित किया गया है। बता दें इससे पहले तक चीन अरुणाचल पर अपना कब्जा होने का दावा करता रहा है लेकिन अब चीन इसे भारत का हिस्सा बता रहा है। यानि कि आखिरकार चीन सही रास्ते पर आ गया है।

 

 

आपको बता दें कि चीन की राजधानी बीजिंग में दूसरी बार बेल्ट एंड रोड (BRI) फोरम का आयोजन हो रहा है। जिसमें दुनियाभर के नेताओं ने शिरकत की। हालांकि भारत और अमेरिका की ओर से इस समिट में कोई प्रतिनिधित्व नहीं भेजा गया है। गुरुवार को इस समिट में चीन ने अपना एक नक्शा प्रदर्शित किया। जिसमें उसने पूरे जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना। चीन का यह कदम हैरान करने वाला है।

 

 

 

हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि चीन ने यह कदम क्यों उठाया है। आम तौर पर चीन अरुणाचल को अपना हिस्सा मानता आया है। दूसरी ओर पाकिस्तान पीओके को अपना हिस्सा मानता है और चीन-पाक संबंधों की मधुरता जगजाहिर हैं। इससे पूर्व भी पिछले साल कराची स्थित चीन वाणिज्य दूतावास पर हुए आतंकी हमले के बाद चीन के मीडिया चैनल सीजीटीएन ने पीओके को पाकिस्तान के नक्शे से अलग दिखाया था।

 

 

वहीं जानकारों का मानना है कि बीआरआई के समिट में जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताना चीन की कोई नई चाल हो सकती है। भारत को खुश करने के लिए चीन ऐसा कदम उठा सकता है। दूसरी तरफ पीओके को भारत का हिस्सा बताने से उसके पाकिस्तान से संबंध खराब हो सकते हैं, जिसका असर चीन पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर (सीपेक) पर पड़ सकता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

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