VIDEO- बेचारी “भूली की जनता” हर कोई अपने अंदाज में हड़काता है, संकट कोई दूर नहीं करता

AJ डेस्क: एशिया की सबसे बड़ी कॉलोनी “भूली टाउनशिप” में रहने वालों के लिए कुछ भी नहीं बदला, बस प्रत्येक 5 वर्ष पर उन्हें मीठा या कड़वा ढंग से हड़काने वाले नेता का बदला हुआ चेहरा देखने को मिल जाता है और हर बार गवाह बनता है भूली का यही एमपीआई मैदान।

 

मंत्री रहे जयसवाल जी की बात करें या भाजपा के दिग्गज नेता राजनाथ सिंह की या आज विधायक राज सिन्हा जी की। वैसे आज के मंच पर कोयला मंत्री भी थे लेकिन उन्होंने भूली, भूली की ज्वलन्त समस्याओं या भूली की निरीह जनता (अभी वोटर) पर एक शब्द भी नहीं बोला। इनके अलावा सांसद और भाजपा के प्रत्याशी भी मंच पर थे। कार्यक्रम भूली में था, भूली के वोटर का समर्थन लेना था। जनता का आशीर्वाद सिर्फ आज के लिए नहीं बल्कि आने वाले विधान सभा चुनाव में भी चाहिए। शायद इसी वजह से विधायक राज सिन्हा ने भूली के वोटर के लिए कुछ कह डाला।

 

 

पिछले लोक सभा चुनाव के वक्त भाजपा के राजनाथ सिंह ने इसी मैदान से इसी प्रत्याशी के लिए वोट मांगते हुए कहा था कि भूली की मुख्य समस्या का स्थायी रूप से निदान कर दिया जाएगा। बेचारी जनता ने अपना फर्ज निभाया। दिल खोलकर दोनों हाथ से भाजपा प्रत्याशी को वोट देकर दिल्ली भेज दिया। विधायक पर भी भूली के वोटर ने वोट की बरसात कर डाली थी।

 

 

भूली के वोटर्स ने अपना फर्ज तो निभा दिया लेकिन बदले में उन्हें मिला क्या। आवास की मुख्य समस्या का कोई निदान नही निकल सका अभी तक। माननीय विधायक जी कहते हैं भूली की जनता डरे हुए नहीं रहें। लेकिन वहां के लोग कहते हैं कि मटकुरिया कांड और कांड में शहीद हुए चार की शहादत रंग लाई जिससे आज भी भूली की जनता चैन से सो पा रही है। इसमें किसी पार्टी या नेता को श्रेय नहीं जाता।

 

 

आज के चुनावी सभा में विधायक कहते है कि पिछला पांच साल तो राज नाथ सिंह जी के बयान से कट गया लेकिन फिर यहां समस्याएं उतपन्न होने लगी हैं। विधायक जी कहीं अप्रत्यक्ष रूप से भूली के वोटर्स का धड़कन तो नही बढ़ा रहे है या चेतावनी तो नहीं दे रहे कि वोट नहीं दोगे तो परेशानी में——।

 

 

देखें वीडियो-

 

 

भूली में रहने वाली बड़ी आबादी के नसीब में शायद यही लिखा हुआ है। उनका कमजोर नस नेताओं ने पकड़ रखा है। तभी तो भूली में वर्षों से व्याप्त बिजली, पानी, स्वास्थ्य और सफाई जैसी समस्या का कोई निदान नही ढूंढता। विकास के नाम पर भूली की एक सड़क बनी है, नहीं तो और सारी समस्याएं कम होने के बजाए बढ़ते ही जा रही हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

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