SOG ने चार गाड़ी कोयला पकड़ा, निरसा के बाद वर्चस्व को लेकर बाघमारा क्षेत्र में भी चली गोली ?

AJ डेस्क: SOG टीम जिला के विभिन्न क्षेत्रों में रेड कर अवैध कोयला पकड़ काला कारोबार का भंडाफोड़ करते रहती है। SOG की कार्रवाई से एक सवाल उठ खड़ा होता है कि क्या स्थानीय पुलिस को इसकी भनक नही होती या उनकी स्लिंप्तता होती है। ऐसे कई बार पुलिस कप्तान का बयान देखने सुनने को मिलता रहता है कि जिसके क्षेत्र में अवैध कोयला के कारोबार का खुलासा होगा, वहां के थानेदार नप जाएंगे। कप्तान के इस बयान का धरातल पर कोई असर नजर नही आता। SOG की टीम ने बीती रात फिर कोयला लदी चार पिकअप वेन को पकड़ा है।

 

 

हाल के दिनों में SOG की टीम ने कई कार्रवाई करते हुए कोयला के हो रहे अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया है। कपूरिया के डिपो में एक सौ टन कोयला मिलना यह संदेश देता है कि जिले में व्यापक रूप से अवैध कोयला का कारोबार किस कदर चल रहा है। राजगंज पुलिस ने भी साइकिल और बाइक पर कोयला लोड कर उसे डिपो, भठा में पहुंचाने के खेल का पर्दाफाश किया था। बीती रात SOG टीम ने श्यामडीह मोड़ पर चोरी का कोयला लदा चार वाहन जब्त कर प्रमाणित कर दिया है कि कोयलांचल में काला हीरा का काला खेल धड़ल्ले से चल रहा है।

 

श्यामडीह में पकड़ा गया कोयला लदा वाहन

 

पिछले दिनों निरसा क्षेत्र में खुदिया नदी के किनारे अवैध कारोबार पर वर्चस्व को लेकर दो गुटों के बीच गोली भी चली थी। स्थानीय पुलिस ने मामले की जाँच कर गोली चलने का साक्ष्य नही मिलने की बात कह फाइल बन्द कर दिया। लेकिन कोयला के अवैध कारोबार को लेकर जिला में कभी भी हिंसक झड़प हो सकती है, इससे इंकार भी नही किया जा सकता। सूत्रों ने बताया कि बसेरिया ओपी के बबुआ बस्ती में भी एक घटना हुई है। साइकिल से कोयला ढोने वाला एक व्यक्ति ट्रक की चपेट में आ गया। उसे निजी नर्सिंग होम में भर्ती करा दिया गया। इधर आक्रोशित ग्रामीणों ने ट्रक में तोड़ फोड़ कर दी। क्षेत्र में पुलिस मुखबिरी की पहचान रखने वाला रौनक उसके आड़ में अवैध कोयला का कारोबार भी करता है। इस गुट ने ट्रक में तोड़ फोड़ करने वाले ग्रामीणों पर गोली चलवा दी। बात बिगड़ते देख कई सफेदपोश इस मामले में कूद पड़े और रातों रात पूरे मामला को मैनेज करा दिया।

 

कपूरिया में पकड़ा गया अवैध कोयला डिपो

 

यहां बता दें कि कोयलांचल में अवैध खनन के दौरान किसी की मौत हो जाने के बाद भी उसके परिजन आनन फानन में शव गायब कर मामले को मैनेज करने के प्रयास में जुट जाते हैं। पीड़ित परिवार की त्रासदी देखें, पुलिसिया कार्रवाई के भय से वह अपनों की मौत पर मातम भी नही मना पाते हैं। फिर पुलिस गोलीचालन की घटना में किसी गवाह के सामने आने की बात कैसे सोचती है। अपराधी पृष्ठभूमि का यह अवैध कोयला कारोबारी शक्ति चौक के समीप सोराईटांड़ बस्ती के आस पास जंगल में बड़े पैमाने पर कोयले का काम कर रहा है। कोयला कारोबार में रौनक लाकर इसने अपनी दबंगई भी बढ़ा रखी है। डोमनपुर तिलैया बस्ती के समीप आखिर यह महंत, महथा, बाबा कौन है, जिसके डिपो पर SOG या पुलिस की नजर नही पड़ती है।

 

 

आखिर श्यामडीह मोड़ से पकड़ा गया चारो वाहन किसी के यहां तो कोयले की आपूर्ति करता ही, आखिर पर्दे के पीछे का वह खिलाडी कौन है। वैसे सूत्रों का कहना है कि छोटे छोटे कारोबारी अपना माल या तो छोटन या महथा के यहां गिराते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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