राम विलास के इफ्तार पार्टी पर मंत्री गिरिराज का कटाक्ष- “नवरात्र में फलाहार ” का आयोजन होता
AJ डेस्क: लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) प्रमुख रामविलास पासवान ने सोमवार को इफ्तार पार्टी दी। इस पार्टी में जदयू अध्यक्ष और बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा बीजेपी नेता व डिप्टी सीएम सुशील मोदी शामिल हुए। इनके अलावा बीजेपी नेता रामकृपाल यादव और बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन भी पहुंचे थे। इस मोदी सरकार 2 के मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर निशाना साधा।
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गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते और सुंदर सुदंर फोटो आते??…अपने कर्म धर्म में हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावा में आगे रहते है???
कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते और सुंदर सुदंर फ़ोटो आते??…अपने कर्म धर्म मे हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावा में आगे रहते है??? pic.twitter.com/dy7s1UgBgy
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) June 4, 2019
गौर हो कि बिहार में रमजान महीने में राजनीतिक दलों द्वारा ‘दावत-ए-इफ्तार’ का आयोजन करने की पंरपरा पुरानी है। रविवार को जदयू ने इफ्तार पार्टी दी। अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतनराम मांझी और बीजेपी नेता व बिहार के मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने इफ्तार पार्टी दी। सोमवार को लोकजनशक्ति पार्टी ने इफ्तार पार्टी दी।
बिहार में इस बार इफ्तार पार्टी इसलिए चर्चा में रही क्योंकि जदयू द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में बीजेपी नेता शामिल नहीं हुए और बीजेपी नेता सुशील मोदी की इफ्तार पार्टी में जदयू नेता शामिल नहीं हुए। उसके बाद चर्चा होने लगी कि बिहार में एनडीए खतरे में है। हालांकि सुशील मोदी ने कहा कि यह एक धार्मिक आयोजन है, इसका राजनीतिक अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए। उन्होंने एकबार फिर दोहराया कि एनडीए में कहीं से कोई विवाद नहीं है।
ज्ञात हो कि जदयू-बीजेपी के बीच तल्खी की शुरुआत तब शुरू हुई, जब नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह के कुछ घंटे पहले मुख्यमंत्री ने जदयू को इसमें सांकेतिक रूप से शामिल किए जाने के ऑफर को ठुकराते हुए कैबिनेट में शाामिल नहीं होने की घोषणा की। इसके दो दिन बाद ही बिहार में नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट का विस्तार किया, जिसमें बीजेपी के एक भी विधायक को शामिल नहीं किया गया।
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