ग्लोबल वार्मिंग के प्रकोप से बचने के लिए पौधरोपण के साथ यज्ञ का आयोजन

AJ डेस्क: वैसे तो बिहार सहित पूरे भारत वर्ष में धार्मिक यज्ञ और अनुष्ठान बड़े-बड़े पंडित-महात्माओं के हाथों किए जाते रहते है, लेकिन यदि वो यज्ञ पृथ्वी को बचाने, पर्यावरण की रक्षा करने और मानव कल्याण के लिए हो तो बात थोड़ी अलग हो जाती है। एक ऐसा ही अनुष्ठान भारत-नेपाल सीमा पर किया जा रहा है। जिसमें ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते असर को देखते हुए यहाँ की सैकड़ो युवतियों और महिलाओं ने हाथों में पौधें और सर पर कलश लेकर नगर भ्रमण पर निकली। साथ ही उन्होंने इस दौरान लोगों को धरती को बचाने के लिए जागरूक भी किया। इतना ही नहीं अगले 7 दिनों तक चलने वाले इसी उद्देश्य के साथ एक यज्ञ का भी आयोजन किया गया है।

 

 

हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी अपने फेसबुक पेज के ऊपर SEARCH में जाकर TYPE करें analjyoti.com और LIKE के बटन को दबाए…

 

 

बिहार के सुपौल जिले के भारत-नेपाल सीमावर्ती इलाके के हृदयनगर पंचायत के सीतापुर गाँव के हजारो लोगों ने ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को देखते हुए मानव कल्याणार्थ एवम पर्यावरण की रक्षा और धरती की सुरक्षा के लिए वृंदावन से वेदाचार्य और पंडित को यहाँ बुलवाकर 7 दिवसीय श्रीमत् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ सह पर्यावरण सुरक्षा सप्ताह ज्ञान यज्ञ को लेकर आज बालिका और महिलाओं ने सैकड़ो की संख्या में हाथों में पौधें और सर पर कलश के साथ एक शोभायात्रा निकाला। पर्यावरण सुरक्षा सप्ताह ज्ञान यज्ञ में लोग शामिल हो और पेड़ के पौधें लगा कर धरती को बचाने का संकल्प लें इसका लोगों से आग्रह किया।

 

 

बता दें कि इस कार्यक्रम में इलाके के समाजसेवी सहित सेकड़ो ग्रामीणों द्वारा पर्यावरण सुरक्षा यज्ञ का आयोजन किया गया है। जिसमें वृंदावन से आये संतो और महात्माओ द्वारा वेद मंत्र के साथ इस अनुष्ठान को पूर्ण किया जाना है। धरती को बचाने का यह यज्ञ 6 से 12 जुलाई तक पर्यावरण सुरक्षा सप्ताह यज्ञ के रूप में शुरू हुआ है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »