चेतावनी: पुलिस की माफियागिरी बर्दाश्त नहीं: DGP पाण्डेय
AJ डेस्क: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि राज्य में 24 हजार सिपाही, ढाई हजार दारोगा और दो हजार ड्राइवर यानि कुल 28 हजार 5 सौ पुलिस कर्मियों की बहाली होने जा रही है। सिपाही बहाली की प्रक्रिया इस महीने के अंत से शुरू हो जाएगी। दारोगा और चालक के पदों के लिए भी बहाली की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की उम्मीद है। पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान डीजीपी ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस महकमे में किसी तरह की माफियागिरी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उनका इशारा उन पुलिस कर्मियों की तरफ था जो चंद रुपयों के लिए शराब माफियाओं को शरण दे रहे हैं।
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उन्होंने कहा अगर किसी पुलिस वाले की शराब या बालू माफिया के साथ साठगांठ पायी गयी, तो उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनकी ये चेतावनी सभी पुलिसकर्मियों के लिए था। उन्होंने कहा कि राज्य में दारोगा और इंस्पेक्टर रैंक के करीब 390 ऐसे पदाधिकारी चिह्नित कर लिये गये हैं, जो अप-टू-मार्क नहीं हैं या सेवा काल में जिनकी वर्दी पर किसी-न-किसी वजह से दाग लग चुके हैं।
उन्होंने बताया कि ऐसे किसी पदाधिकारी को थानेदारी नहीं मिलेगी या ‘मेन-स्ट्रीम पुलिसिंग’ में नहीं रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी पुलिसकर्मी को इससे संबंधित कोई शिकायत है या वह अपनी बात रखना चाहते हैं, तो प्रत्येक शुक्रवार को वह पुलिस मुख्यालय में उपस्थित होकर अपनी बात रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई लोग फेसबुक पर कुछ न कुछ लिखते रहते हैं, इससे उन्हें कुछ फायदा नहीं होनेवाला है।
डीजीपी ने कहा कि बेहतरीन और उत्कृष्ट कार्य करने वाले सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक ऐसे करीब 4 सौ पुलिसकर्मी है जिन्हें सम्मानित भी किया जायेगा। ऐसे बेहतरीन कर्मियों को हम सैल्यूट करेंगे। उन्होंने आगे बताया कि बिहार में पुलिस वालों को काम करने की जितनी स्वतंत्रता है, उतनी किसी राज्य में नहीं है। यहाँ अपराधियों को छोड़ने के लिए किसी नेता या अन्य किसी की पैरवी नहीं आती है। लेकिन यह कमी पुलिस वालों में है कि वह उसके अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं।
डीजीपी ने बच्चा चोर के नाम पर प्रदेश में लगातार हो रही मॉब लीचिंग पर कहा कि इन दिनों बच्चा चोर के नाम पर लोगों को पीटने और जान से मार देने की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। ऐसी अफवाहों से आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। कोई इस तरह का अफवाह फैलाकर माहौल खराब कर रहा है। जिसपे लोगों की खतरनाक प्रतिक्रिया सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटना में शामिल लोगों को हिदायत देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं में अगर किसी की मौत हो जाती है तो उन सभी आरोपितों पर हत्या का मामला चलता है। उन्होंने कहा कि अपराधियों की जमानत रद्द कराने की भी प्रक्रिया तेजी से चल रही है। साथ ही अब ऐसे मामलों में जमानतदारों की भी जांच की जाएगी।
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