झरिया: बकरी क्या जख्मी हुई, उग्र ग्रामीणों ने पुलिसकर्मी की कर दी कुटाई (पिटाई का वीडियो देखें)

AJ डेस्क: एक बकरी को चोट लग जाने पर ग्रामीण इतने उग्र हो उठे कि उन्होंने न सिर्फ पुलिस गस्ती दल को बंधक बना कर उनपर हमला बोल दिया बल्कि पुलिस के साथ मारपीट भी करने लगे। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने पुलिस पेट्रोलिंग वाहन पर पथराव कर वाहन के शीशे भी तोड़ डाले। वो भी मुआवजे के महज 1 हजार रूपये के लिए। मामला धनबाद के तीसरा थाना क्षेत्र का है।

 

 

 

 

वीडियो में दिख रही महिला का नाम ममता देवी और महारानी देवी है। जो काफी गुस्से में है और पुलिस गस्ती दल को बंधक बना कर उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाने के साथ गाली गलौज भी कर रही है। महिला के साथ उसके पुत्र और स्थानीय ग्रामीण है जो महिला के साथ पुलिस गस्ती दल पर अपनी गर्मी झाड़ रहे है। वहीं पेट्रोलिंग वाहन को चला रहे पुलिस कर्मी तीसरा थाना के हवलदार धर्मनाथ सिंह है और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे पुलिस कर्मी तीसरा थाना के जमादार दिलीप झा है। लेकिन देखते ही देखते महिला और ग्रामीण हवलदार पर महिला का हाथ मोड़ने का आरोप लगाते हुए इतने आक्रोशित हो उठते हैं कि वो पेट्रोलिंग गाड़ी के चालक व हवलदार धर्मनाथ सिंह को पुलिस वाहन से बाहर खीच उन्हें झापड़, लात और घूसों से जमकर पीटने लगते है। किसी तरह वहाँ मौजूद बाकी के पुलिस कर्मी ग्रामीणों से पीटते हवलदार साहब को ग्रामीणों से छुड़ा कर अलग करते है। जिससे उनकी जान बच जाती है। ग्रामीण इस दौरान न सिर्फ पेट्रोलिंग गाड़ी की चाबी छिनने का प्रयास करते है बल्कि पथराव कर वाहन के शीशे को भी क्षतिग्रस्त कर डालते है। लगभग आधे घंटे तक चले इस हिंसक झड़प के बाद मौके पर पहुंचे तीसरा थाना के थानेदार एस उरांव किसी तरह ग्रामीणों को समझा बुझा कर पुलिस कर्मियों और पेट्रोलिंग गाड़ी को वहाँ से निकाल कर थाना लाने में कामयाब हो पाते है।

 

देखें वीडियो-

 

 

 

चलिए अब हम आपकों इस पूरे वाक्ये के बारे में बताते है। दरअसल गुरुवार को तीसरा थाना की ये गस्ती दल रोज की तरह दिवा गस्ती पर निकलती है। इसी दौरान इक मामले के अनुसन्धान के लिए यह गस्ती दल इलाके के चाँद कुइयां पहुँचती है। इसी दौरान जब पीसीआर वैन नंबर 11 के चालक व हवलदार धर्मनाथ सिंह वाहन को बैक कर रहे होते है तभी पीछे मौजूद एक बकरी वाहन से घायल हो जाती है और बकरी मिमियाती हुई वहाँ से भाग खड़ी होती है। लेकिन बकरी के मिमियाने की आवाज सुन बकरी की मालकिन ममता देवी, महारानी देवी और उनके बेटे वहाँ आ धमकते है और पुलिस के साथ गालीगलौज करते हुए मुआवजे की मांग करने लगते है।

 

 

पीड़ित हवलदार व पीसीआर वैन के चालक धर्मनाथ सिंह की माने तो वो मुआवजे के रूप में बकरी की मालकिन को 5 सौ रुपया दे रहे थे लेकिन वो 15 सौ रूपये की मांग कर रहे थे पर उतना पैसा उस वक्त उनके पास नहीं था। इसके बाद ग्रामीण गालीगलौज करते हुए पीसीआर वैन की चाबी छीने का प्रयास करते है। जब चाबी लेने से मना किया गया तो ग्रामीण उनपर हमला बोल देते है। इस मारपीट के दौरान हवलदार धर्मनाथ सिंह के सीने में चोट आई है। वो फिलहाल स्थानीय एक नर्सिंग होम में इलाज करवा रहे है।

 

 

 

 

वहीं तीसरा थाना के प्रभारी एस उरांव ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा कानून को हाथ में लेते हुए गस्ती दल पर हमला, मारपीट और पीसीआर वैन पर पथराव कर उसे क्षतिग्रस्त करना बिलकुल गलत है। यदि उन्हें मुआवजा ही चाहिए था तो वो थाना पर आकर इस संदर्भ में शांति से भी बात कर सकते थे। लेकिन उन्होंने कानून को हाथ में लिया है। उन्होंने कहा कि पीसीआर वैन पर हमला करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। उनके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

 

 

बताते चले की इस मामले को लेकर फिलहाल दोनों में से किसी भी पक्ष ने थाना में कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराया है।

 

 

 

 

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