नमाज पढ़ते वक्त ही मुझे फोन कर टेस्ट मैच खेलने को बुलाया गया- नदीम (देखें वीडियो)

AJ डेस्क: 110 फर्स्‍ट क्‍लास मैच खेलने के बाद शाहबाज नदीम को टेस्‍ट डेब्‍यू करने का मौका मिला। 2004 में जब उन्‍होंने फर्स्‍ट क्‍लास क्रिकेट खेलना शुरू किया, तब इस टीम का कोई खिलाड़ी उस लेवल पर नहीं खेलता था। रांची टेस्‍ट से पहले कुलदीप यादव के कंधे में चोट लगी तो टीम मैनेजमेंट को शाहबाज की याद आई।

 

 

शाहबाज का डेब्‍यू भी शानदार रहा। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्‍होंने अपने घरेलू मैदान पर दो विकेट लिए। दिन का खेल खत्‍म होने के बाद टीम ने उन्‍हें ही प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में भेजा। हिंदी में सवालों का जवाब देते शाहबाज ने बेहद ईमानदारी से अपनी बात रखी।

 

 

 

 

बाएं हाथ से स्‍लो ऑर्थोडॉक्‍स फेंकने वाले शाहबाज नदीम उस वक्‍त नमाज पढ़ रहे थे, जब उनका फोन बजना शुरू हुआ। उन्‍होंने बताया, “जब आप इतने साल क्रिकेट खेल लेते हो तो आपको रात को 4 बजे भी बुला ले कि सुबह 6 बजे मैच है तो आप तब भी आ जाओगे। दो-ढाई बजे शुक्रवार का दिन था, मैं नमाज पढ़ रहा था। तब फोन रिंग हो रहा था। नमाज कम्‍प्‍लीट की मैंने। फिर देखा कि कॉल आया कि ऐसा-ऐसा मुझे आना है। मैं कोलकाता से बाई रोड आया।”

 

देखें वीडियो-

 

 

शाहबाज नदीम ने कहा, “अच्छा लगता है कि मैंने घरेलू क्रिकेट में जो भी मेहनत की थी, उसका मुझे फल मिल गया है। घर में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने से मैं बहुत खुश हूं। एक क्रिकेटर के लिए टेस्ट कैप का अलग ही महत्व है, खासकर घर में। यहां पर कुछ भावनाएं थीं लेकिन मैंने अपना ध्यान मैच पर दिया। मैं पहली तीन गेंदों पर नर्वस था, लेकिन चौथी गेंद से सबकुछ सामान्य महसूस करने लगा।”

 

 

नदीम ने साथ ही कहा कि अश्विन और जडेजा जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ खेलने से उनके खेल में काफी सुधार हुआ है और उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला है। उन्होंने कहा, “सीनियर खिलाड़ियों के साथ खेलना हमेशा से अच्छा लगता है। वे (अश्विन और जडेजा) अपने अनुभव मेरे साथ बांटते हैं। वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं और उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है।”

 

 

 

 

हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी अपने फेसबुक पेज के ऊपर SEARCH में जाए और TYPE करें analjyoti.com और LIKE का बटन दबाए…

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »