उलझन : बाल सुधार गृह में टीकाकरण पर विवाद, जांच की मांग
AJ डेस्क: धनबाद बाल सुधार गृह में बुधवार को 50 बंदियों को कोविशिल्ड वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया था। लेकिन बीजेपी सांसद पीएन सिंह के प्रतिनिधि रणविजय सिंह ने इस मामले पर सवाल खड़ा खड़ा कर दिया है। उन्होंने जिले के उपायुक्त उमा शंकर सिंह को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की मांग की है।
रणविजय सिंह ने डीसी को लिखे आवेदन में कहा है कि बाल सुधार गृह में 50 बंदियों का स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीकाकरण किया गया। जिस पर कुछ सवाल खड़ा कर रहें हैं। उन्होंने कहा है कि बाल सुधार गृह में 18 साल से कम उम्र के किशोर को रखने का नियम है, ऐसे में भारत सरकार के किस प्रावधान के तहत उन्हें वैक्सीन दी गई। उन्होंने पूछा है कि जिन्हें टीका लगा है, यदि वह 18 साल से ऊपर के हैं, तो किस प्रावधान के तहत उन्हें बाल सुधार गृह में रखा गया है। उन्होंने इस मामले की जांच कराने की मांग डीसी से की है।
बता दें कि बुधवार को बाल सुधार गृह में 50 बंदियों का टीकाकरण किया गया था। डीआरसीएचओ डॉक्टर विकास राणा ने डीसी के निर्देश पर टीकाकरण किया था। अब इस मामले पर सांसद प्रतिनिधि ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
‘अनल ज्योति’ के फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी इस लिंक पर क्लिक करके लाइक👍 का बटन दबाए…
https://www.facebook.com/analjyoti.in/?ti=as
Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…