BBMKU के पहले दीक्षांत समारोह में 51 गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों को मिली डिग्री
AJ डेस्क: बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (BBMKU) धनबाद स्थित सिंफर सभागार में अपना पहला दीक्षांत समारोह मना रहा है। इस दौरान झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने राजभवन रांची से ही ऑनलाइन विश्वविद्यालय के भेलाटांड स्थित नए भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सूबे के CM हेमंत सोरेन भी प्रोजेक्ट भवन से ऑनलाइन मौजूद रहे। समारोह के दौरान कुल 51 गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों को डिग्री दी गई।
BBMKU के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने कहा कि BBMKU के इस प्रथम समारोह को लेकर उन्हें प्रसन्नता है। यह प्रशन्नता तब अधिक होती जब कोरोना संक्रमण नही होता। तब वे भी छात्र छात्राओं के बीच सम्मलित हो पाते। छात्रों के चहरे पर मुस्कान और खुशहाली दीक्षान्त समारोह की गरिमा को और बढ़ा देती है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक और खनिज संपदा से परिपूर्ण झारखंड में विकास की असीम संभावनाएं हैं। भौतिक जानकारी के बिना इसका समुचित उपयोग नही जो सकता है। ऐसे में विश्वविद्यालय की अहम भूमिका होती है। विश्वविद्यालय ज्ञान के केंद्र होते हैं। ऐसे शिक्षण संस्थान भविष्य को गढ़ने का काम करते हैं। ज्ञान और सूचना के विविध आयामो के जरिये ही विकास की गति को और तीव्र किया जा सकता है। झारखंड के जीवंत कला संस्कृति का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान है।
राज्य के विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होने के कारण यह हम सभी की जिम्मेवारी है कि यहां के अधिक से अधिक युवाओं को उच्च शिक्षा मिले। ज्ञान अर्जन में जाति, धर्म और लिंग बाधक नही होना चाहिए। राज्य की बेटियां उच्च शिक्षा के साथ ही उत्कृष्ठता भी प्राप्त कर रही हैं। यह हर्ष की बात है। वर्तमान में यह स्थिति है कि दीक्षान्त समारोह में लड़कों से अधिक लड़कियों की संख्या होती है। नारी सशक्तिकरण के रूप में भी यह महत्वपूर्ण है। शिक्षा के विस्तारीकरण के तहत राज्य में नए शिक्षण संस्थान भी खुलने चाहिए। शिक्षा से ही लोगों में जागृति आ सकती है और सामाजिक कुरीतियों को मिटाया जा सकता है। ज्ञान और तकनीक के युग मे यह जरूरी है कि छात्र छात्राओं का सर्वांगीण विकास हो। क्लास रूम में अर्जित ज्ञान का फल उसके सामाजिक रूप में है। शिक्षण संस्थानों की यह जिम्मेवारी होनी चाहिए कि यहां से निकलने वाले छात्र सामाजिक जीवन मे एक बेहतर नागरिक बन सकें। ऐसे नागरिक हो जो नैतिकवान और चरित्रवान हों। ऐसे में दीक्षान्त समारोह शिक्षा का समापन नही बल्कि आरम्भ है।
CM हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्व विभाग की समीक्षा में यह बात सामने आई है कि झारखंड में अमीन के हजारों पद खाली हैं। इसकी पढ़ाई नही होती। BBMKU से आग्रह है कि अमीन की पढ़ाई चालू कराएं। ताकि युवाओं को नौकरी मिले। उन्होंने कहा कि राज्य के 500 छात्रावास को सुसज्जित करने की सरकार ने योजना बनाई है। राज्य के छात्र विदेशों में पढ़ाई कर सकें इसके लिए जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण शिक्षा के क्षेत्र में कई चुनौतियां सामने आई हैं। सभी स्कूल कालेज बन्द हैं। ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है। यह राज्य के गरीब पिछड़े छात्रों के लिए सम्भव नही। संशाधनों की राज्य में कमी है ऐसे में शिक्षा को जन जन तक पहुंचने की चुनौती है। CM ने कहा कि BBMKU की स्थापना बिनोद बाबू के नाम पर हुई है। राज्य के वीर सपूतों के लिए यह सम्मान की बात है। उन्होंने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय राज्य में अपनी अलग पहचान बनाएगा।
कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अपने स्थापना काल से ही बीबीएमकेयू ने की उपलब्धियां प्राप्त की हैं। शिक्षा से लेकर सांस्कृतिक गतिविधियों में भी नाम रोशन किया है। दो कमरों से जो सफर शुरू हुआ था। अब बड़े भवन में पहुंच गया है।
BBMKU के प्रथम दीक्षांत समारोह में कुल 51 गोल्ड मेडलिस्ट को डिग्री दी गई। शेष विद्यार्थियों को उनके कॉलेज स्तर पर इन निर्धारित तिथि पर उपाधि दी जाएगी। कुल 60 हजार 3 सौ 7 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी जाएगी। दीक्षांत समारोह में खादी बंडी के साथ गाउन और गांधी टोपी आकर्षण का केंद्र बना रहा। इस अवसर पर कूलगीत लिखने वाले शिक्षक डॉ डीके चौबे और विश्वविद्यालय का लोगो डिजाइन करने वाले शिक्षक डॉ शिव प्रसाद को 25-25 हजार नगद देकर पुरस्कृत किया गया। समारोह का ऑनलाइन तरीके से लाइव किया गया। दीक्षांत समारोह में खादी बंदी के साथ गांव और गांधी टोपी का विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा। इस अवसर पर कूलगीत लिखने वाले शिक्षक डॉ डीके चौबे और विश्वविद्यालय के लोगों को डिजाइन करने वाले शिक्षक डॉ शिव प्रसाद को 25 25 हजार नगद देकर पुरस्कृत किया गया समारोह का ऑनलाइन तरीके से लाइव किया गया ज्ञात हो कि BBMKU की स्थापना वर्ष 2017 में की गई थी। कोविड संक्रमण के चलते दीक्षांत समारोह टलता गया।
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