प बंगाल : अवैध पटाखा फैक्टरी में जोरदार विस्फोट, सात की मौत की आशंका

AJ डेस्क: पश्चिम बंगाल की एक पटाखा फैक्ट्री में भयंकर विस्फोट की खबर है। इस घटना में कम से कम सात लोगों के मारे जाने की खबर है। साथ ही कई लोग घायल भी हुआ हैं। पुलिस घटना स्थल पर मौजूद है और राहत और बचाव कार्यों में लगी है।

 

 

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में रविवार सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में यह विस्फोट हुआ है। पुलिस ने बताया कि विस्फोट सुबह करीब दस बजे उस समय हुआ, जब कई लोग पटाखा फैक्ट्री में काम कर रहे थे।

 

 

फायर विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक पांच शव मिल चुके हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विस्फोट का प्रभाव इतना जोरदार था कि जहां फैक्ट्री चल रही थी वह तो मलबे के ढेर में तब्दील हो ही गया, बल्कि आसपास के कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हो गये। पुलिस ने बताया कि उन्हें संदेह है कि कई लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं।

 

 

पुलिस बताया कि इलाके में बचाव और राहत कार्य चल रहा है और अग्निशमन कर्मी विस्फोट के परिणामस्वरूप लगी आग को बुझाने के लिए काम कर रहे हैं। उसने बताया कि पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी भी मौके पर मौजूद है।

 

 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि राज्य बारूद के भंडार में तब्दील हो गया है। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया, “पुलिस द्वारा अवैध गतिविधियों की कोई निगरानी नहीं की जा रही है। इन पटाखा फैक्ट्री को स्थानीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं का संरक्षण प्राप्त है।”

 

 

टीएमसी के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राज्य सरकार ने एक एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया है, जिसने पिछले कुछ महीनों में ऐसी कई अवैध पटाखा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। उन्होंने कहा, “अगर कुछ इकाइयां अभी भी अवैध रूप से चल रही हैं, तब उन्हें भी जल्द ही नष्ट कर दिया जाएगा।”

 

 

विस्फोट के बाद स्थानीय लोगों ने दत्तापुकुर फैक्ट्री के मालिकों में से एक के घर में तोड़फोड़ की। पटाखा निर्माताओं के संगठन ‘सारा बांग्ला आतश बाजी उन्नयन समिति’ के अध्यक्ष बबला रॉय ने कहा कि अवैध फैक्ट्री में प्रतिबंधित हाई-डेसीबल ‘चॉकलेट बम’ या पटाखे बनाए जा रहे थे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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