“पुलिस की पाठशाला”: आर एस मोर कॉलेज में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित

AJ डेस्क: जनता से मित्रवत जुड़ाव और जन जागरुकता के उद्देश्य के तहत धनबाद पुलिस की अनोखी मुहिम “पुलिस की पाठशाला” निरंतर जारी है। इसी अभियान के तहत बुधवार को गोविंदपुर स्थित आरएस मोर कॉलेज परिसर में धनबाद पुलिस के द्वारा विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।

 

 

अभियान के तहत आरएस मोर कॉलेज के छात्र-छात्राओं के साथ यातायात नियमों, साइबर सुरक्षा, महिला एवं बाल सुरक्षा, नशे से बचाव एवं घरेलु हिंसा से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई, साथ ही उन्हें कानून के विविध पहलुओं से अवगत कराया गया।

 

 

“पुलिस की पाठशाला” कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) रीष्मा रमेशन मौजूद रहीं। इसके अलावा सहायक पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय अमर कुमार पांडे, पुलिस उपाधीक्षक (साइबर) सुमित सौरभ लकड़ा एवं यातायात निरीक्षक राजेश्वर वर्मा भी बतौर अतिथि जागरुकता शिविर में मौजूद रहे।

 

 

 

 

 

 

अभियान के तहत पुलिस विभाग के वरीय अधिकारियों ने कॉलेज के छात्र छात्राओं और शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्हें कानून के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) रीष्मा रमेशन ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए समाज को सुरक्षित बनाने के लिए छात्रों से जागरुक रहने की अपील की। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ने अपने संबोधन में महिला सुरक्षा से जुड़े पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि समाज मे महिलाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार और उत्पीड़न को दूर करने में आज के युवा अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने भ्रूण हत्या, दहेज उत्पीड़न, बाल उत्पीड़न और मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराधों पर विस्तार से चर्चा करते हुए इन कुरीतियों को समाज से दूर करने की अपील की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि धनबाद पुलिस जनता की सुरक्षा को लेकर हमेशा ही गंभीर रही है। यही वजह है कि पुलिस की हर मुहिम को समाज के हर वर्ग का निरंतर सहयोग मिल रहा है और ऐसे में अगर विद्यार्थी अपने अधिकार एवं कर्तव्यों के प्रति सजग रहेंगे तो काफी हद तक समाज से बुराईयों को कम किया जा सकता है। उन्होंने वहां मौजूद छात्रों को सुरक्षा की गारंटी देते हुए कहा कि कभी भी किसी तरह की समस्या पर वे सीधे पुलिस से सम्पर्क कर सकते हैं।

 

 

कार्यक्रम के दौरान सहायक पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी ने वहां मौजूद छात्र – छात्राओं को संबोधित करते हुए अपने विद्यार्थी जीवन काल के निजी अनुभवों को साझा किया ताकि विद्यार्थियों को प्रेरणा मिल सके। एएसपी के द्वारा छात्र छात्राओं की सुरक्षा पर जोर देते हुए किसी भी आपातकालीन स्तिथि से कैसे निबटे इसकी जानकारी साझा की। उन्होंने बच्चों से अपील करते हुए किसी भी खतरे के वक़्त मदद के लिए पुलिस की हेल्पलाइन नंबर डायल 100 इस्तेमाल करने की सलाह भी दी।

 

 

कार्यक्रम में उपस्थित पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय अमर कुमार पांडे ने जागरुकता अभियान के तहत अपने संबोधन में महिला एवं बाल सुरक्षा पर ज्यादा जोर दिया। उन्होंने घरेलू हिंसा और दहेज उत्पीड़न के बारे में विस्तार से बताया। अमर पांडेय ने बाल विवाह और डायन प्रथा जैसी कुरीतियों पर चर्चा करते हुए जागरूकता के तहत इसे समाज से खत्म करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे ही कल के भविष्य हैं लिहाजा उन्हें अनुशासन और कानून के प्रति सजग रहने की जरूरत है।

 

 

समाज में बढ़ते साइबर अपराध को ध्यान में रखते हुए पुलिस उपाधीक्षक, साइबर सुमित सौरभ लकड़ा ने छात्र छात्राओं को सुझाव देते हुए कहा कि किसी भी माध्यम इंटरनेट व मोबाइल द्वारा दिए गए लालच में न आएं और कोई भी अनजान वेबसाइट व अन्य लिंक पर क्लिक न करें। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सभी लोग अपने सोशल मीडिया और बैंक अकाउंट ऐप को सुरक्षित रखें और पासवर्ड समय समय पर बदलते रहें। उन्होंने नौकरी के नाम पर झांसा देकर हो रही ठगी की वारदातों पर चर्चा करते हुए सतर्क रहने को कहा। डीएसपी साइबर ने अनजान शख्स से वर्चुअल दोस्ती न करने की अपील करते हुए इंटरनेट के अनावश्यक इस्तेमाल से बचने की सलाह भी छात्रों को दी।

 

 

 

 

 

 

यातायात से जुड़े नियमों और सुरक्षा पर चर्चा करते हुए हुए इंस्पेक्टर राजेश्वर वर्मा ने भी वहां मौजूद लोगों के साथ अहम जानकारी साझा की और यातायात से जुड़े सभी नियमों के पालन करने की अपील की। उन्होंने दोपहिया चलाते समय हेलमेट पहनने और सड़क पर दिए गए सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा।

 

 

कार्यक्रम के दौरान आरएस मोर कॉलेज के छात्र छात्राएं काफी उत्साहित दिखे और कई विद्यार्थियों ने जिज्ञासावश सुरक्षा से जुड़े सवाल पूछे जिसका जवाब देकर अधिकारियों ने उन्हें मार्गदर्शित किया। कार्यशाला में दी गई जानकारियों का उचित लाभ लेने और दूसरों को भी जागरूक करने की बात छात्र- छात्राओं ने कही।

 

 

ज्ञात हो कि सुरक्षा के साथ-साथ पुलिस और जनता के बीच मधुर संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से वरीय पुलिस अधीक्षक, धनबाद के नेतृत्व में धनबाद पुलिस की तरफ से जिले के विभिन्न स्कूल कॉलेजों में “पुलिस की पाठशाला” का विधिक जागरूकता अभियान का संचालन निरंतर किया जा रहा है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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